अपडेटेड 11 August 2024 at 12:32 IST
11 अगस्त : जब एक किशोर क्रांतिकारी हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया
खुदीराम बोस को 11 अगस्त 1908 को फांसी दी गई। ये साहसी किशोर हाथ में गीता लेकर खुशी-खुशी फांसी चढ़ गया। उस समय उनकी उम्र महज 18 साल कुछ महीने थी।
11 August History: देश की आजादी की लड़ाई में कुछ नौजवानों का बलिदान इतना उद्वेलित करने वाला था कि उसने पूरे देश में स्वतंत्रता संग्राम का रुख बदलकर रख दिया। इनमें एक नाम खुदीराम बोस का है, जिन्हें 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई। उस समय उनकी उम्र महज 18 साल कुछ महीने थी।
अंग्रेज सरकार खुदीराम की निडरता और वीरता से इस कदर आतंकित थी कि उनकी कम उम्र के बावजूद उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई। यह साहसी किशोर हाथ में गीता लेकर ख़ुशी-ख़ुशी फांसी चढ़ गया। खुदीराम की लोकप्रियता का यह आलम था कि उन्हें फांसी दिए जाने के बाद बंगाल के जुलाहे एक खास किस्म की धोती बुनने लगे, जिसकी किनारी पर खुदीराम लिखा होता था और बंगाल के नौजवान बड़े गर्व से वह धोती पहनकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े।
देश-दुनिया के इतिहास में 11 अगस्त की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1347 : अलाउद्दीन हसन गंगू ने राजगद्दी संभाली और बहमनी साम्राज्य की स्थापना की।
- 1908 : क्रांतिकारी खुदीराम बोस को फांसी दी गई।
- 1914 : फ्रांस ने ऑस्ट्रिया और हंगरी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
- 1929 : पर्सिया और इराक के बीच मैत्री संधि पर हस्ताक्षर।
- 1940 : जर्मनी ने ब्रिटेन के पोर्टलैंड बंदरगाह पर हवाई हमला किया।
- 1944 : अमेरिका ने सुमात्रा द्वीप समूह के पालेमबेंग क्षेत्र पर हवाई हमला किया।
- 1960 : अफ्रीकी देश चाड ने फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल की।
- 1961 : दादरा और नागर हवेली का भारत में विलय, इसे केंद्र-शासित प्रदेश बनाया गया।
- 1984 : तत्कालीन सोवियत रूस ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
- 2003 : उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने अफगानिस्तान में शांति बल की कमान संभाली।
- 2004 : भारत और पाकिस्तान ने वांछित अपराधियों की सूचियों की अदला-बदली की।
- 2012: ईरान में तबरिज के पास आए भूकंप में कम से कम 306 लोगों की मौत, 3,000 अन्य घायल।
- 2017: मिस्र के एलेक्जेंड्रिया में दो यात्री ट्रेन एक-दूसरे से टकराईं, कम से कम 41 लोगों की मौत और 179 अन्य घायल।
- 2023: रूस ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के लिए 'लूना 25' नामक अंतरिक्ष यान प्रक्षेपित किया। यह 1976 के बाद रूस का पहला चंद्रमा मिशन था।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 11 August 2024 at 12:32 IST