अपडेटेड 10 September 2025 at 21:04 IST
आज होगा 'अंतरिक्ष के शैतान' से सामना, भयानक स्पीड से धरती की ओर बढ़ रही 'मौत'? नासा ने जारी किया अलर्ट
NASA Warns for Asteroid: रात के आसमान में तारों को निहारने वाले अक्सर अजूबे देखते हैं। कभी-कभी, अंतरिक्ष से आने वाली वस्तुएं दुनिया भर में सुर्खियां बटोरती हैं। नासा ने चेतावनी जारी की है कि एक हवाई जहाज के आकार का क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। वैज्ञानिक इस खगोलीय 'मेहमान' पर कड़ी नजर रख रहे हैं। आइए जानते हैं कि क्षुद्रग्रह 2025 QV9 पृथ्वी के कितने पास आएगा?
नासा ने कन्फर्म किया है कि क्षुद्रग्रह 2025 QV9 रास्ते में है। यह चट्टान लगभग 100 फीट चौड़ी है। यह 10,319 मील प्रति घंटे की तेज गति से यात्रा कर रहा है।
Image: Meta AIयह क्षुद्रग्रह 10 सितंबर को पृथ्वी के पास से गुजरेगा। इसकी निकटतम दूरी 1,250,000 मील होगी। यह दूरी बहुत ज्यादा लगती है, लेकिन अंतरिक्ष के लिहाज से यह बहुत नजदीक है।
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यह क्षुद्रग्रह एटन समूह का है। ये पिंड अक्सर पृथ्वी की कक्षा को पार करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कोई मौजूदा खतरा नहीं है।
Image: Meta AIनासा अंतरिक्ष चट्टानों को केवल तभी खतरनाक मानता है जब कुछ खास शर्तें पूरी हों। ये 74 लाख किलोमीटर से ज्यादा नजदीक और 85 मीटर से ज्यादा चौड़ी होनी चाहिए। 2025 QV9 किसी भी मानदंड पर खरा नहीं उतरता।
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इसरो अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया। भारत का लक्ष्य जल्द ही बड़े क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करना है। क्षुद्रग्रह अपोफिस, जो 2029 में पहुंचने वाला है, एक लक्ष्य है।
Image: Meta AIसोमनाथ नासा, ईएसए और जाक्सा के साथ भी सहयोग चाहते हैं। भारत क्षुद्रग्रहों पर उतरने के लिए मिशन की योजना बना रहा है। ये मिशन क्षुद्रग्रहों की संरचना का अध्ययन करने में मदद करेंगे।
Image: Meta AIPublished By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 10 September 2025 at 17:22 IST