अपडेटेड 7 December 2025 at 12:58 IST
जब कैंसर का पता लगने पर पति शोएब के गले लगकर खूब रोईं दीपिका कक्कड़, बेटे रुहान के लिए हुईं परेशान
Dipika Kakar: टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ इस समय लिवर कैंसर से जूझ रही हैं। ये समय उनके और उनके परिवार के लिए काफी मुश्किल भरा रहा है।
Dipika Kakar: टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ इस समय लिवर कैंसर से जूझ रही हैं। ये समय उनके और उनके परिवार के लिए काफी मुश्किल भरा रहा है। अब ‘ससुराल सिमर का’ फेम एक्ट्रेस ने एक हालिया इंटरव्यू में उन चुनौती भरे दिनों को याद किया जब उन्हें सबसे पहले कैंसर के बारे में पता चला था। वो अपने परिवार के लिए ज्यादा चिंतित हो गई थीं।
दीपिका कक्कड़ हाल ही में अपने पति शोएब इब्राहिम के साथ एक्ट्रेस रश्मि देसाई के पॉडकास्ट में नजर आई थीं जहां उन्होंने उन दिनों के बारे में खुलकर बात की। एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे उस समय वो कैंसर से काफी डर गई थीं। उन्हें अपने परिवार की चिंता सता रही थी।
दीपिका कक्कड़ को जब कैंसर का पता लगा
पॉडकास्ट में दीपिका ने खुलासा किया कि वो कैंसर होने के डर से ही टूट गई थीं। वो अपने बेटे रुहान के लिए ज्यादा परेशान थीं। वो उसके लिए कुछ कर नहीं पा रही थीं, ना उसे खाना खिला पा रही थीं। तब एक्ट्रेस ने फैसला किया कि वो अपने लाडले के लिए कैंसर जैसी घातक बीमारी से पूरे हौसले और हिम्मत के साथ लड़ेंगी।
दीपिका ने आगे बताया कि कैंसर का पता लगने के बाद उन्हें अपने बेटे रुहान को अपनी मां को देना पड़ा था क्योंकि वह उसके लिए कुछ नहीं कर पा रही थीं। वो बस यही दुआ कर रही थीं कि वो जल्दी से जल्दी ठीक हो जाएं। उन्होंने कहा- ‘मैं कार में बैठी। मैंने रुहान को अपनी मां को दिया क्योंकि वो बहुत रो रहा था। मैं उसे खाना नहीं खिला पा रही थी और मैं बस टूट गई’।
कैंसर से मजबूती से लड़ रहीं दीपिका कक्कड़
एक्ट्रेस ने आगे कहा- 'उस पल मेरे दिल से बस एक प्रार्थना निकली कि अगर ये कैंसर है तो मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैं बस ठीक होना चाहती थी। मुझे पता है कि मैं ठीक हो जाऊंगी और फिर हम दोनों वहीं रोने लगे और टूट गए।'
दीपिका ने बताया कि कैसे कैंसर के बारे में जानकर उनका परिवार डर गया था। लोग ये शब्द सुनकर ही टूट जाते हैं। वो और शोएब लॉबी के अंदर बहुत रोए लेकिन बाद में उन्होंने फैसला किया कि वे दोनों अब और नहीं रोएंगे। वो अपने बेटे के लिए इस बीमारी को मात देना चाहती थीं। वो रुहान के लिए ठीक होकर वापस आना और जिंदा रहना चाहती थीं।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 7 December 2025 at 12:58 IST