अपडेटेड 29 April 2025 at 13:06 IST

आरती सिंह ने पहली एनिवर्सरी पर पूरा किया पति का सपना, त्रियुगीनारायण मंदिर में फिर से रचाई शादी, क्यों खास है ये जगह?

Arti Singh: टीवी एक्ट्रेस आरती सिंह ने अपनी पहली सालगिरह पर त्रियुगीनारायण मंदिर में फिर से शादी कर ली है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

Arti Singh Gets Re-Married At Triyuginarayan Temple | Image: instagram

Arti Singh: टीवी एक्ट्रेस आरती सिंह ने 39 साल की उम्र में प्यार को मौका देते हुए दीपक चौहान संग सात फेरे लिए थे। अब कपल की शादी को एक साल पूरा हो चुका है जिस मौके को उन्होंने बड़े ही खास अंदाज से सेलिब्रेट किया है। अपनी पहली सालगिरह के अवसर पर, आरती और दीपक ने उत्तराखंड के त्रियुगीनारायण मंदिर में फिर से शादी कर ली है।

बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा की भांजी आरती सिंह ने 28 अप्रैल को अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए फैंस को इस शादी की झलक दिखाई। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे ये प्यारा कपल त्रियुगीनारायण मंदिर में फिर से साथ जीने-मरने की कसमें खा रहा है।

आरती सिंह ने त्रियुगीनारायण मंदिर में फिर की शादी

इस स्पेशल दिन पर आरती ने अपनी वही बेबी पिंक साड़ी पहनी थी जो उन्होंने पिछले साल अपने फेरों के वक्त पहन रखी थी। इस वीडियो में आरती और दीपक को मंदिर में दर्शन करते हुए देखा जा सकता है। पंडित जी शादी की रस्में कर रहे हैं। आपको बता दें कि त्रियुगीनारायण मंदिर में ही भगवान शिव और माता पार्वती ने भी शादी रचाई थी, ऐसे में कई जोड़े यहां सात फेरे लेने के लिए आते हैं।

वीडियो शेयर करते हुए आरती ने बताया कि ये उनके पति की दिली इच्छा थी कि वो इस मंदिर में शादी करें। यही कारण है कि आरती और दीपक ने अपनी शादी की पहली सालगिरह यहां मनाने का फैसला किया।

आरती सिंह ने क्यों की मंदिर में दोबारा शादी?

इस वीडियो को शेयर करते हुए आरती सिंह ने कैप्शन में लिखा- “त्रियुगीनारायण मंदिर उत्तराखंड… जहां शिव जी और पार्वती मां की शादी हुई थी। और आज तक वह अखंड ज्योति जल रही है। दीपक का सपना था कि वो वहां शादी करें और भगवान शिव और पार्वती मां का आशीर्वाद लें.. इसलिए हमारी पहली शादी की सालगिरह पर हमने वही कपड़े पहने जो हमने अपने पहले फेरों पर पहने थे। ये दिव्य था। माता पार्वती और भगवान शिव हमें आशीर्वाद दें और हर बुरी नजर से हमारी रक्षा करें। पहली सालगिरह हमेशा याद रहती है और हम इस एहसास को कभी नहीं भूलेंगे।”

आपको बता दें कि त्रियुगीनारायण मंदिर को भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह के लिए जाना जाता है जिसमें भगवान विष्णु भी शामिल हुए थे। मंदिर का मुख्य आकर्षण वो अखंड अग्नि है जो सामने जलती रहती है। ऐसा माना जाता है कि यह वही अग्नि है जो शिव-शक्ति के मिलन के बाद से जल रही है।

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 29 April 2025 at 13:04 IST