अपडेटेड 26 November 2025 at 21:39 IST

'नीम करोली बाबा के कैंची धाम ने बदली जिंदगी, चाहता था फिल्म इंडस्ट्री छोड़ना', मनोज बाजपेयी ने बताया जिंदगी का जादुई मोड़

बॉलीवुड अभिनेता Manoj Bajpayee के करियर में एक ऐसा समय आया, जब उन्होंने एक साल तक कोई काम नहीं किया और फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने की सोचने लगे। इसी समय, दोस्त राम रेड्डी के साथ वे उत्तराखंड के कैंची धाम पहुंचे, जहां उनके सारे सवालों का जवाब मिल गया।

Follow :  
×

Share


मनोज बाजपेयी ने बताया जिंदगी का जादुई मोड़ | Image: ANI/Facebook

Neem Karoli Baba Kainchi Dham : बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता मनोज बाजपेयी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उनकी दमदार एक्टिंग ने सत्या और गैंग्स ऑफ वासेपुर से लेकर द फैमिली मैन जैसी सीरीज तक दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके करियर का एक ऐसा दौर आया था, जब वे फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कहने की कगार पर थे?

इस बात का खुलासा खुद मनोज बाजपेयी ने एक इंटरव्यू में किया है। 'द फैमिली मैन' से पहले उनकी फिल्म 'जुगनुमा' रिलीज हुई थी। इसके रिलीज होने से पहले मनोज बाजपेयी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ना चाहते थे। उस वक्त उनका मन बहुत बेचैन रहता था, लेकिन फिर वो उत्तराखंड के नीम करोली बाबा के धाम पहुंचे और वहां से उनके जीवन को नई दिशा मिली।

फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का बनाया मन

मनोज बाजपेयी की जिंदगी में एक ऐसा समय आया, जब वे गहरे अवसाद में डूबे हुए थे। एक साल से अधिक समय तक उन्हें कोई काम नहीं मिला। जुगनुमा फिल्म रिलीज होने से पहले वे इतने निराश हो चुके थे कि फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का मन बना चुके थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद बताया, "मैं बहुत बेचैन था। लग रहा था कि अब इस पेशे को छोड़ देना चाहिए।"

इसी बीच, उनके निर्देशक दोस्त राम रेड्डी ने उन्हें अपनी शूटिंग लोकेशन पर बुलाया। रास्ते में दोनों ने फैसला किया कि नैनीताल के पास नीम करोली बाबा के कैंची धाम और वहां की प्रसिद्ध गुफा जाएंगे। यह गुफा बाबा की तपस्या स्थली रही है, जहां वे घंटों ध्यान लगाते थे। मनोज और राम करीब एक घंटे की कठिन चढ़ाई चढ़कर गुफा तक पहुंचे। वहां उन्होंने ध्यान लगाया। अचानक, एक ऐसा पल आया जो मनोज की जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बन गया।

एक साल नहीं किया काम

गुफा में बैठे हुए मनोज को लगा जैसे कोई अदृश्य शक्ति उन्हें छू रही हो। ध्यान के दौरान उन्हें अपने सारे सवालों के जवाब मिल गए। वे कहते हैं, "वो पल ऐसा था मानो जादू हो गया। मुझे लगा कि सब कुछ साफ हो गया।" गुफा से उतरते वक्त राम रेड्डी की नजरों से नजर मिली और दोनों को एक साथ एहसास हुआ – 'हमने अपनी फिल्म ढूंढ ली है'।

यह अनुभव न केवल मनोज के मन को शांत किया, बल्कि उनके करियर को नई दिशा दी। मनोज बताते हैं, 'मैं बहुत बेचैन हो चुका था। मुझे लगने लगा था कि अब इस प्रोफेशन को छोड़ देना चाहिए। 'जुगनुमा' से ठीक पहले मैंने तकरीबन एक साल तक कोई काम नहीं किया।'

'द फैमिली मैन' सीजन 3

आजकल मनोज बाजपेयी 'द फैमिली मैन' सीजन 3 के साथ सुर्खियों में हैं। अमेजन प्राइम वीडियो पर 21 नवंबर को रिलीज हुई इस सीरीज के सात एपिसोड ने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर धूम मचा दी है। जयदीप अहलावत के साथ उनकी जोड़ी कमाल की लगी। मनोज का किरदार श्रीकांत तिवारी एक साधारण परिवारिक व्यक्ति है, जो देश की सुरक्षा के लिए जूझता है।

ये भी पढ़ें: राधिका आप्टे-दिव्येंदु शर्मा की फिल्म 'साली मोहब्बत' का ट्रेलर रिलीज, इस दिन OTT पर आएगी फिल्म

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 26 November 2025 at 21:39 IST