अपडेटेड 5 November 2025 at 10:49 IST
'मेरी पत्नी के अपशब्दों के लिए...', सुनीता आहूजा ने ऐसा क्या कहा, जो गोविंदा को हाथ जोड़कर मांगनी पड़ी माफी?
Govinda Apologised: सुनीता आहूजा हाल ही में पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में पहुंची थीं, जहां उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जिस पर बवाल मच गया। इसके बाद उनके पति और बॉलीवुड एक्टर गोविंदा को हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी।
Govinda- Sunita Ahuja: बॉलीवुड एक्टर गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं। वो अपने बयानों के लिए आए दिन सुर्खियां बटोरती नजर आती हैं। हालांकि अब सुनीता ने कुछ ऐसा कह दिया, जिस पर बवाल खड़ा हो गया। इसके बाद उनके बयान के लिए खुद गोविंदा को सामने आकर माफी मांगनी पड़ी।
दरअसल, हाल ही में सुनीता आहूजा ने एक्टर पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में अपने घर-परिवार के पंडितों को लेकर बात कर रही थी। उन्होंने कहा था कि गोविंदा पंडितों पर लाखों खर्च करते हैं। उनके दोस्तों और उनकी टीम में कुछ लोग बेवकूफ हैं और उनकी सलाह बेकार है।
गोविंदा ने लाइव आकर मांगी माफी
उनके इसी बयान पर बवाल मचना शुरू हो गया, जिसके बाद गोविंदा को खुद सामने आकर हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी। एक्टर ने एक लाइव स्ट्रीम वीडियो के जरिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, "मेरे घर परिवार के पंडित आदरणीय मुकेश शुक्ला जी, बहुत योग्य, गुणी और प्रमाणिक हैं। हमारा घर परिवार सदैव उनसे जुड़ा रहा है।"
एक्टर ने आगे कहा, " मेरी पत्नी ने उनके बारे में जो अपशब्द कहे, मैं उसके लिए क्षमा चाहता हूं और खंडन भी करूंगा। मुझे ऐसा लगता है कि पंडित जी बहुत ही सरल और निष्पक्ष हैं। वो और उनका परिवार मुश्किल वक्त में मेरे साथ रहे हैं और मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं।"
क्या कहा था सुनीता आहूजा ने?
हाल ही में पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में सुनीता आहूजा पहुंची थी। यहां वो तमाम मुद्दों पर खुलकर बात करती नजर आईं। पॉडकास्ट में सुनीता ने कहा कि ज्योतिषियों और पंडितों पर गोविंदा बहुत पैसा खर्च करते हैं। वो कभी-कभी पूजा के लिए 2 लाख रुपए तक देते हैं।
उन्होंने कहा, "हमारे घर में भी एक हैं गोविंदा के पंडित, वो भी ऐसा ही हैं। ये पूजा कराओ, दो लाख रुपये दो, वो पूजा कराओ। मैं बोलती हूं कि खुद से पूजा करो। उनका किया हुआ पूजा-पाठ कोई काम नहीं आने वाला है।"
सुनीता ने आगे कहा कि भगवान आपकी पूजा तब स्वीकार करते हैं जब आप उसे अपने हाथों से करते हो। इन सब में मैं विश्वास नहीं करती। मैं दान भी करती हूं या कोई अच्छा काम करती हूं, तो अपने कर्मों के लिए अपने हाथों से ही करती हूं। डरने वाला डर जाता है। उन्होंने कहा, "जिस मंडली में गोविंदा बैठते हैं, उसमें कई बेवकूफ लोग हैं। वो लेखक कम और मूर्ख ज्यादा हैं। ऐसे लोग गोविंदा को मूर्ख बनाते हैं और बुरी सलाह देते हैं। उन्हें अच्छे लोग नहीं मिलते और वे मुझे इसलिए पसंद नहीं करते क्योंकि मैं सच बोलती हूं।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 5 November 2025 at 10:49 IST