अपडेटेड 3 October 2025 at 16:02 IST
अक्षय कुमार की बेटी से मांगी न्यूड फोटो, खेल-खेल में 13 साल की बच्ची संग हुई गंदी हरकत, साइबर क्राइम का हुई शिकार
साइबर अवेरनेन्स के एक कार्यक्रम में अक्षय कुमार ने अपनी बेटी के साथ हुआ एक किस्सा सुनाया। उन्होंने एक छोटी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे ऑनलाइन गेम्स बच्चों को खतरे में डाल सकते हैं।
Akshay Kumar on Cyber Crime Awareness : भारत में लोग तेजी से साइबर क्राइम का शिकार बन रहे हैं। तमाम जागरूकता अभियान और कार्रवाई के बाद भी इस तरह के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस जड़ में बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक हर वर्ग के लोग आ रहे हैं। अभिनेता अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने हाल ही में साइबर अपराध के बढ़ते खतरे पर चिंता जताई है। उन्होंने अपने घर में हुई एक छोटी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे ऑनलाइन गेम्स बच्चों को खतरे में डाल सकते हैं।
अक्षय कुमार ने बताया कि वीडियो गेम खेलते समय उनकी 13 साल की बेटे से न्यूड फोटो की मांग की गई। अभिनेता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से अपील की है कि स्कूलों में साइबर सुरक्षा पर विशेष कक्षाएं शुरू की जाएं, ताकि बच्चे इन खतरों से बच सकें। उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र में सातवीं, आठवीं, नौवीं और दसवीं कक्षा में हर हफ्ते साइबर पीरियड नाम से एक पीरियड होना चाहिए, जहां बच्चों को इसके बारे में समझाया जाए।
बेटी से मांगी न्यूड फोटो
अक्टूबर 2025 को साइबर अवेरनेन्स मंथ के रूप में मनाया जा रहा है। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ऐसे ही एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। जहां पर एक्टर ने अपने घर हुई एक घटना का जिक्र किया। अक्षय कुमार ने कहा,
"मेरी बेटी एक वीडियो गेम खेल रही थी, और कुछ गेम ऐसे होते हैं जहां आप किसी अजनबी के साथ खेल सकते हैं। खेलते समय कभी-कभी वहां से मैसेज आ जाता है... फिर एक मैसेज आया, तुम मेल हो या फीमेल? तो उसने जवाब दिया फीमेल। फिर उसने मैसेज भेजा, क्या तुम अपनी न्यूड पिक्चर्स भेज सकती हो? वो मेरी बेटी थी। उसने सब बंद कर दिया और अपनी मां को बता दिया। इसी तरह चीजें शुरू होती हैं। यह भी साइबर अपराध का एक हिस्सा है।"
साइबर अवेरनेन्स जरूरी
अक्षय कुमार की यह बात साइबर अपराध के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है। आजकल बच्चे और युवा इंटरनेट और सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताते हैं, जहां अनजान लोगों से संपर्क करना आसान हो जाता है। ऐसे में ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग, फिशिंग और सेक्सुअल हैरासमेंट जैसे अपराध आम हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों को शुरू से ही साइबर सुरक्षा की शिक्षा देना जरूरी है, ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
केंद्र और राज्य सरकारें पहले से ही साइबर सुरक्षा पर कई पहल कर रही है, लेकिन अभिभावकों को भी सलाह दी जाती है कि वे बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और उन्हें सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के बारे में बताएं। क्योंकि साइबर क्राइम का शिकार होने से सतर्कता ही बचा सकती है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 3 October 2025 at 16:02 IST