अपडेटेड 15 October 2024 at 20:00 IST

UP By Election: NDA और INDI में कौन किस पर भारी? यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान

दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही यूपी उपचुनाव की तारीखों की भी घोषणा कर दी गई है।

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akhilesh yadav-cm yogi faceoff | Image: Republic

UP By Election: चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर, मंगलवार को दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव होगा तो झारखंड में दो चरणों में वोटिंग होगी। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने देश के कई राज्यों में होने वाले उपचुनाव की तारीखों की भी घोषणा कर दी है। यूपी में भी 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग ने मंगलवार को कर दी। यूपी में  13 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। वहीं, नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को की जाएगी। यूपी की 10 सीट में एक सीट मिल्कीपुर पर चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर फिलहाल पेच फंसा है।

मिल्कीपुर सीट पर कहां फंसा पेंच

यूपी के मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा इसलिए नहीं हुई क्योंकि बीजेपी के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने 2022 में चुनाव जीते सपा विधायक अवधेश प्रसाद के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है, जो कि लंबित है। कोर्ट में याचिका लंबित होने की वजह से मिल्कीपुर में चुनाव का ऐलान नहीं किया गया है।

यूपी के इन सीटों पर होंगे उपचुनाव

उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मिल्कीपुर (अयोध्या), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल है। मगर मिल्कीपुर सीट पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है। 10 में से नौ सीटें इसी साल जून में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में इनके विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थीं। वहीं, सीसामऊ सीट पर सपा विधायक इरफान सोलंकी को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराये जाने के चलते उनकी सदस्यता रद्द किये जाने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं।

NDA और INDI में कौन किस पर भारी

जहां लोकसभा चुनावों में जोरदार कामयाबी के बाद अखिलेश यादव के हौसले बुलंद है तो बीजेपी लोकसभा चुनाव में खोए विश्वास को जीतना चाहेगी। दोनों पार्टी अपनी शाख बचाने के लिए उपचुनाव में पूरी ताकत झोंकेगी। इस साल हुए लोकसभा चुनावों में, विपक्ष के इंडिया गठबंधन के सहयोगियों सपा ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए उत्तर प्रदेश की 37 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को छह सीटें मिली थीं। सत्तारूढ़ भाजपा ने 33 सीटें जीती थीं, जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और अपना दल (सोनेलाल) को क्रमशः दो और एक सीट मिली थी। आजाद समाज पार्टी ने एक सीट जीती थी।

करहल विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला

लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को जैसी सफलता मिली थी उम्मीद की जा रही है कि उपचुनाव भी ये साथ ही लड़ेंगे। हालांकि, अभी INDI गठबंधन ने अभी साथ चुनाव लड़ने का ऐलान नहीं किया है। मगर एक सीट करहल पर इसकी घोषणा कर दी गई है। मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर पिछले 34 सालों से लगातार सपा का ही कब्जा रहा है। 
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 15 October 2024 at 20:00 IST