अपडेटेड 10 February 2025 at 17:17 IST
Delhi New CM Announcement: दिल्ली को PM मोदी देंगे सरप्राइज CM? तो ये साबित हो सकते हैं छुपा रुस्तम
Delhi New CM: दिल्ली में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रवेश वर्मा की दावेदारी सबसे मजबूत है, क्योंकि नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को उन्होंने हराया है।
Delhi New CM Announcement: 27 साल के वनवास से लौटी भारतीय जनता पार्टी के लीडर का दिल्ली में राजतिलक होगा। फिलहाल तारीख और चेहरा तय नहीं है, लेकिन हर बार की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली को सरप्राइज मुख्यमंत्री दे सकते हैं। जैसा बीते कुछ सालों में पीएम मोदी छत्तीसगढ़ से लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान में कर चुके हैं। दिल्ली में भी सरप्राइज मुख्यमंत्री की संभावनाएं पूरी हैं।
1993 में दिल्ली में आखिरी बार बीजेपी की सरकार बनी थी और अहम ये कि 5 साल के कार्यकाल में बीजेपी ने 3 मुख्यमंत्री बनाए। 27 साल में बहुत परिस्थितियां बदली हैं और इन परिस्थितियों में बीजेपी ने बिना मुख्यमंत्री चेहरे के चुनाव लड़ा। 8 फरवरी को घोषित विधानसभा चुनावों में बीजेपी को जब प्रचंड जनादेश मिला है और 70 में से 48 सीटों पर कब्जा किया है, तब नए मुख्यमंत्री को लेकर विचार विमर्श का सिलसिला चला है।
पूर्वांचली या पंजाबी होगा दिल्ली का CM?
इतना स्पष्ट है कि बीजेपी की कोशिश दिल्ली के मुख्यमंत्री चेहरे के सहारे भविष्य की राजनीति और चुनावों को साधने की रहेगी। लिहाजा प्रधानमंत्री किसी ऐसे छुपा रुस्तम चेहरे को आगे कर सकते हैं, जिसका असर आगामी राज्यों के चुनावों में हो। इसमें पूर्वांचली या सिख चेहरा प्रमुख हो सकता है।
पूर्वांचलियों में सांसद मनोज तिवारी, करावल नगर से विधायक बने कपिल मिश्रा के अलावा लक्ष्मी नगर के विधायक अभय वर्मा, विकासपुरी से जीते पंकज कुमार सिंह और संगम विहार से जीतकर आए चंदन चौधरी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में गिना जा रहा है। पंजाबियों-सिखों में प्रवेश वर्मा के अलावा मनजिंदर सिंह सिरसा, आशीष सूद जैसे नेता हैं, जो मुख्यमंत्री के दावेदार बताए जाते हैं। आरएसएस की भूमिका के नजरिए से अजय महावर के नाम की चर्चा है।बीजेपी की दिल्ली इकाई के बड़े नेता वीरेंद्र सचदेवा के साथ साथ विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय के भी नाम CM की रेस में हैं।
प्रवेश वर्मा की दावेदारी सबसे मजबूत
दिल्ली में मुख्यमंत्री के तौर पर प्रवेश वर्मा की दावेदारी सबसे मजबूत बनती है, क्योंकि नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के संयोजक और 3 बार के मुख्यमंत्री केजरीवाल को उन्होंने हराया है। केजरीवाल के चुनाव हारने के बाद प्रवेश वर्मा के नाम पर ज्यादातर लोग सहमत हो सकते हैं, इसकी भी संभावना है। उसके अलावा प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, जिनका आउटर दिल्ली में अच्छा प्रभाव हुआ करता था। पंजाबी जाट होने की वजह से क्षेत्र के साथ साथ जातीय समीकरण में भी प्रवेश वर्मा फिट बैठते हैं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 10 February 2025 at 17:17 IST