अपडेटेड 18 June 2024 at 18:44 IST
लोकसभा स्पीकर पद पर कब होगा फैसला? राजनाथ सिंह के आवास पर अहम बैठक; सहयोगियों को उकसा रहा INDI!
Lok Sabha Speaker Decision: लोकसभा स्पीकर पद के लिए हर रोज बैठकें हो रही हैं।
Lok Sabha Speaker Decision: लोकसभा स्पीकर पद के लिए हर रोज बैठकें हो रही हैं। राजनाथ सिंह के आवास पर भी इसी मुद्दे पर अहम बैठक चल रही है। ये तो तय है कि लोकसभा का स्पीकर NDA का हो सकता है, लेकिन NDA के किस सहयोगी दल के नेता को इसकी कमान सौंपी जा सकती है, इसपर चर्चा अभी बाकी है।
आपको बता दें कि एनडीए में कई दल हैं और 240 के संख्याबल के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल है। ऐसे में संभावनाएं हो जाती हैं कि बीजेपी 16वीं और 17वीं लोकसभा की तरह 18वीं लोकसभा में भी अध्यक्ष पद पर अपना ही कैंडिडेट बिठाएगी।
सहयोगियों को मनाने का काम जारी
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तिकड़ी को अपने लिए लोकसभा स्पीकर पद और साथियों के लिए डिप्टी स्पीकर पद के लिए मनाने का काम सौंपा है। इस तिकड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं। उनके अलावा नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को भी सहयोगियों के साथ बातचीत करके सहमति बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
BJP के लिए कितना अहम है लोकसभा स्पीकर का पद?
लोकसभा में स्पीकर के पद को सत्ताधारी पार्टी की ताकत माना जाता है। लोकसभा के कामकाज का पूरा कंट्रोल स्पीकर के ही पास होता है। लोकसभा कैसे चलेगी, इसकी पूरी जिम्मेदारी स्पीकर की होती है। संविधान के अनुच्छेद 108 के तहत स्पीकर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करता है। लोकसभा में विपक्ष के नेता को मान्यता देने का फैसला भी स्पीकर करता है।
लोकसभा स्पीकर के पास कुछ विशेष अधिकार भी होते हैं। इसकी अहमियत साल 1999 में देखने को मिली थी। जब लोकसभा स्पीकर ने अपने विशेष अधिकार का इस्तेमाल किया था और एक वोट से अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिर गई थी। बीजेपी के पास इस बार लोकसभा में पुर्ण बहुमत नहीं है। अपने सहयोगी दलों की मदद से बीजेपी को सरकार चलानी होगी। ये ही वजह है कि बीजेपी के लिए स्पीकर का पद अहम है।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 18 June 2024 at 18:19 IST