अपडेटेड 22 April 2024 at 14:05 IST
राजस्थान में कांग्रेस का एक तरफा माहौल है इसलिए PM मोदी और अमित शाह बार-बार आ रहे- बोले अशोक गहलोत
राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां कांग्रेस की लहर है।
राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां कांग्रेस की लहर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान में एकतरफा जीत होने वाली है। पहले चरण के चुनाव के बाद ये साफ होता नजर आ रहा है।
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "वे घबरा गए हैं इसलिए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री बार-बार राजस्थान का दौरा कर रहे हैं। राजस्थान में कांग्रेस एकतरफा जीतेगी। सभी 25 सीटों पर हम समान रूप से प्रचार कर रहे हैं, ऐसा नहीं है कि पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे पर विशेष ध्यान दिया जाता है।"
उन्होंने कहा कि पहले चरण में कांग्रेस काफी माहौल में है। पहले चरण के बाद अब इनके मुंह से अबकी बार 400 पार निकलना बंद हो जाएगा। कांग्रेस की लहर है। 25 सीट हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिसके लिए हम कैंपेन कर रहे हैं। माहौल सब जगह अच्छा बन रहा इसलिए घबरा कर ये लोग ऐसी बातें कर रहे हैं।
कांग्रेस मेनिफेस्टो पर बीजेपी के बयान पर पलटवार
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को देखते जनता से कई वादे करते हुए मेनिफेस्टो रिलीज कर दिया। अब इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने जब निशाना साधा, तो अशोक गहलोत ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, कांग्रेस के मेनिफेस्टो में प्रधानमंत्री को ऐसी क्या बात दिखी ये मेरे समझ से परे हैं। इसको बेतुकी बातों से जोड़ रहे हैं। वो बताएं कि देश के हित के लिए क्या नहीं हैं। ये लोग बौखला गए हैं। मेनिफेस्टो को मुस्लिम लीग से जोड़ दिया। कोई भी पार्टी का प्रधानमंत्री हो उससे देश ये अपेक्षा नहीं करेगा की वो ऐसी बातें करें। प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी नहीं नहीं होता देश का होता है।
400 पार की इच्छा नहीं होगी पूरी- अशोक गहलोत
इससे पहले अशोक गहलोत ने कहा था कि 400 पार की उनकी इच्छा पूरी नहीं होगी। इसे वे स्वयं भी जानते हैं। इस बार देश में चौंकाने वाले परिणाम आ सकते हैं। साल 2014 से 2018 के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 31 प्रतिशत जनादेश था जो बढ़कर 38 प्रतिशत हो गया, लेकिन इसका मतलब है कि 62 प्रतिशत लोगों ने उनके खिलाफ वोट दिया।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 22 April 2024 at 13:47 IST