अपडेटेड 26 March 2024 at 22:24 IST
'बिट्टू के जाने का अफसोस नहीं, जाने से शांति मिली है', पंजाब में लगा झटका फिर क्या कह रही कांग्रेस?
पंजाब के लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल होने पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है। पार्टी ने क्या कहा है, आइए आप भी देखिए।
Pratap Singh Bajwa on Ravneet Singh Bittu: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के दावे कर रही कांग्रेस को उसका एक और बड़ा नेता छोड़कर चला गया है। पंजाब से दिग्गज कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आगामी 2024 आम चुनाव से पहले कांग्रेस का साथ छोड़ BJP का दामन थाम लिया है।
पंजाब के लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्टू मंगलवार को दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में BJP में शामिल हुए। बिट्टू के BJP में शामिल होने के बाद पंजाब कांग्रेस के बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। पंजाब के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बिट्टू के जाने को एक तरह से अच्छा बताया है।
'हमें कोई अफसोस नहीं हुआ'
प्रताब सिंह बाजवा ने बिट्टू के BJP में शामिल होने पर कहा-
हमें पहले कुछ लोगों के जाने का अफसोस हुआ था, लेकिन इनके जाने का हमें कोई अफसोस नहीं हुआ है। इनके जाने से हमें शांति मिली है। कहीं इनकी सिक्योरिटी न चली जाए, कहीं इनका घर न चला जाए, इसलिए ये BJP में गए हैं। कांग्रेस ने मान-सम्मान दिया, घर तो रह जाएंगे, लेकिन मान-सम्मान नहीं मिलेगा। रवनीत सिंह बिट्टू चुनाव हार रहे थे, इसलिए भाग गएा और कुछ नहीं, इन्हे कुछ पता नहीं है।
बाजवा ने BJP पर भी निशाना साधा और कहा-
BJP के पास खुद के 13 ओरिजिनल उम्मीदवार हैं नहीं, जो खुद्दार होगा वो नहीं जाएगा, जिसने अपना ईमान बेच रखा होगा वो चला जाएगा।
'लुधियाना के अंदर एक नया इंकलाब होगा'
रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का भी रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा-
लुधियाना के अंदर एक नया इंकलाब होगा। ये हमारे लिए एक मौका है। रवनीत सिंह बिट्टू का जाना कोई बड़ी बात नहीं है।
बिट्टू उस वक्त BJP में शामिल हुए जब चुनाव सिर पर खड़े हैं। उन्हें पंजाब में कांग्रेस का दिग्गज नेता माना जाता है। वो तीन बार के सांसद हैं। वो लुधियाना से दो बार लोकसभा चुनाव जीते हैं। 2014 के बाद 2019 में भी उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर यहां से जीत दर्ज की थी, जबकि 2009 में कांग्रेस ने बिट्टू को आनंदपुर साहिब से टिकट दिया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी, लेकिन अब वो BJP में शामिल हो गए हैं और कांग्रेस के लिए ये एक बड़ा झटका है। वैसे तो फिलहाल पंजाब में कांग्रेस का पलड़ा इतना भारी नहीं है, लेकिन बिट्टू के जाने के बाद वो और कमजोर हो सकती है। उन्हें राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता था।
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 26 March 2024 at 22:24 IST