अपडेटेड 10 May 2024 at 16:53 IST

काराकाट सीट पर असली मुकाबला, पवन सिंह के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने भी किया नामांकन, किसकी बढ़ेगी टेंशन?

बिहार की काराकाट सीट से एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने सासाराम के समाहरणालय में शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया।

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उपेंद्र कुशवाहा ने किया नामांकन | Image: X- @UpendraKushRLM

Lok Sabha Election: बिहार की काराकाट सीट से एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने सासाराम के समाहरणालय में शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया।  

नामांकन से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने सरदार वल्लभभाई पटेल तथा स्वतंत्रता से निशान सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा ताराचंडी मंदिर एवं एक मजार में भी चादरपोशी किया। उसके बाद वह समाहरणालय पहुंचे। जहां डीएम के समक्ष सुनने अपने नामांकन का पर्चा दाखिल किया। उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि उन्हें जनता का अपार सहयोग मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी चल रही है। ऐसे में काराकाट सीट पर जनता का पूरा समर्थन उनके साथ है। जिसको लेकर आज वे नामांकन करने आए हैं।

पवन सिंह ने किया नामांकन

भोजपुरी अभिनेता और काराकाट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह ने गुरुवार को नामांकन किया। नामंकन के बाद पवन सिंह ने कहा, "माता रानी की कृपा और भगवान शिव जी के आशीर्वाद से आज सासाराम समाहरणालय में, 35 काराकाट लोकसभा से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल किया।"

काराकाट सीट पर दिलचस्प हुआ मुकाबला

बिहार में 40 लोकसभा की सीटों में से सबसे ज्यादा चर्चा जिस सीट की है वो काराकाट। काराकाट सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने के बाद देश भर हो रही है। एनडीए की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाह मैदान में हैं तो इंडिया गठबंधन की ओर से राजा राम सिंह मैदान में हैं। अब बहुजन समाज पार्टी ने धीरज सिंह के उतार कर मुकाबला और भी दिलचस्प बना दिया है।

काराकाट सीट पर क्या है समीकरण?

अब काराकाट सीट पर क्या समीकरण बन रहा है इसकी चर्चा करते हैं।  रोहतास के जिस काराकाट सीट से पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहां, उनके सामने NDA और महागठबंधन दोनों के उम्मीदवार मैदान में हैं। NDA ने यहां से उपेन्द्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है तो महागठबंधन की तरफ CPI(ML) से राजाराम सिंह मैदान में हैं। दोनों ही एक ही जाति से संबंध रखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर 3 लाख सर्वण और करीब ढाई लाख कुशवाहा -कुर्मी वोट पड़ते हैं।  सवर्णों में भी राजपूतों की संख्या ज्यादा है इस जाति के ही पवन सिंह हैं।

2008 में अस्तित्व में आई काराकाट लोकसभा सीट

बता दें कि इस सीट पर महागठबंधन अब तक कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। इंडी गठबंधन ने इसबार काराकाट सीट से राजा राम सिंह को उम्मीदवार बनाया है। परिसीमन के बाद 2008 में काराकाट लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से तीनों बार एनडीए ने जीत दर्ज की है अब तक महागठबंधन एक बार भी खुद को साबित नहीं कर पाया। इस सीट पर NDA का दबदबा रहा है। यहां कुशवाहा-कुर्मी का दबदबा रहा है ऐसे में उपेन्द्र कुशवाहा के लिए इस बार मुश्किल बड़ी नहीं थी। मगर पवन सिंह के यहां से निर्दलीय मैदान में आने के बाद यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 10 May 2024 at 16:49 IST