अपडेटेड 3 September 2024 at 17:41 IST
BREAKING: युद्धपोत-एयरक्राफ्ट खरीदने में करोड़ों खर्च करेगा भारत, मिल गई मंजूरी; कांप उठेंगे चीन-PAK
Defence News: रक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए 1.45 लाख करोड़ रुपये के 10 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी मिल गई है।
New Delhi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने रक्षा तैयारियों को बढ़ाने के लिए 1.45 लाख करोड़ रुपये के 10 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। भविष्य के लिए तैयार लड़ाकू वाहनों, वायु रक्षा अग्नि नियंत्रण रडार, डोर्नियर-228 विमान, अगली पीढ़ी के तेज गश्ती और अपतटीय गश्ती जहाजों की खरीद को मंजूरी मिल गई है।
रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दी है। आपको बता दें कि रक्षा पर इतने रकम खर्च की बात सुनकर ही चीन और पाकिस्तान कांप उठेंगे।
रक्षा मंत्रालय की मीटिंग की पूरी डिटेल
भारतीय सेना के टैंक बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए फ्यूचर रेडी कॉम्बैट व्हीकल्स (FRCVs) की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। FRCVs बेहतर गतिशीलता, सभी इलाकों की क्षमता, बहुस्तरीय सुरक्षा, सटीक और घातक आग पर काबू पाने और वास्तविक समय स्थितिजन्य जागरूकता के साथ एक भविष्य का मुख्य युद्धक टैंक होगा।
एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी (AoN) को एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार की खरीद के लिए भी मंजूरी दी गई थी, जो हवाई लक्ष्य का पता लगाएगा और ट्रैक करेगा और फायरिंग समाधान प्रदान करेगा। प्रस्ताव को फॉरवर्ड रिपेयर टीम (Tracked) के लिए भी मंजूरी दे दी गई है, जिसके पास मशीनीकृत संचालन के दौरान इन-सीटू मरम्मत करने के लिए उपयुक्त क्रॉस कंट्री गतिशीलता है। यह उपकरण बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, और मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री बटालियन और बख्तरबंद रेजिमेंट दोनों के लिए अधिकृत है।
तीन AoN प्रदान किए गए
भारतीय तट रक्षक (ICG) की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तीन AoN प्रदान किए गए हैं। डोर्नियर-228 विमान, खराब मौसम की स्थिति में उच्च परिचालन सुविधाओं वाले अगली पीढ़ी के तेज गश्ती जहाजों और उन्नत तकनीक और उन्नत लंबी दूरी के संचालन के साथ अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती जहाजों की खरीद से आईसीजी की निगरानी, गश्त करने की क्षमता, समुद्री क्षेत्र, खोज एवं बचाव और आपदा राहत अभियान में वृद्धि होगी।
बैठक के अंत में रक्षा मंत्री ने दिवंगत भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) महानिदेशक राकेश पाल, जो डीएसी के सदस्य भी थे, को सम्मानित करने में देर नहीं लगाई। 18 अगस्त, 2024 को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से महानिदेशक का निधन हो गया था।राजनाथ सिंह ने आईसीजी के विकास और विस्तार में महानिदेशक राकेश पाल के उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति रक्षा मंत्रालय की ओर से हार्दिक संवेदना, प्रार्थना और अटूट समर्थन व्यक्त किया।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 3 September 2024 at 17:25 IST