अपडेटेड 9 August 2025 at 13:32 IST
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मार गिराए पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट्स, IAF चीफ ने सबूतों के साथ खोल दी PAK की पोल
Operation Sindoor भारत के लिए एक ऐतिहासिक सैन्य जीत है, जिसने न केवल आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया।
Operation Sindoor : भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने 16वें एयर चीफ मार्शल एलएम कात्रे मेमोरियल लेक्चर में ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट्स को मार गिराया था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान का बड़ा एयरक्राफ्ट भी मार गिराया, उन्होंने इसका क्रेडिट एयर डिफेंस सिस्टम S-400 को दिया है।
एयर चीफ मार्शल ने ऑपरेशन के दौरान बहावलपुर में जैश मुख्यालय पर किए गए हमले की पहले और बाद की तस्वीरें दिखाते हुए बताया कि बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया, "हमने लो-रेंज हथियारों का उपयोग किया, जो सीमा से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम थे। हमले के बाद की तस्वीरों से साफ है कि लक्षित इमारत पूरी तरह नष्ट हो गई, जबकि आसपास की इमारतें पूरी तरह सुरक्षित रहीं।"
पाकिस्तान ने की सीजफायर की पहल
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना की तकनीकी क्षमता और टारगेट को सटीकता धवस्त करने की गवाही देता है, जिसने नागरिक क्षेत्रों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, "यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था। 80 से 90 घंटे के युद्ध में हम इतना नुकसान कर पाए कि उन्हें साफ पता चल गया था कि अगर वे इसे जारी रखेंगे तो उन्हें इसकी और भी अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी इसलिए वे आगे आए और हमारे DGMO को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं। हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया..."
मुरीदके-लश्कर मुख्यालय पर हमला
मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय पर किए गए हमले का जिक्र करते हुए एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि यह क्षेत्र संगठन के वरिष्ठ नेतृत्व का आवासीय और कार्यालय क्षेत्र था। उन्होंने कहा, "यह वह स्थान था जहां लश्कर का नेतृत्व अपनी बैठकों का आयोजन करता था। हमने हथियारों से प्राप्त वीडियो के माध्यम से हमले की सटीकता को सुनिश्चित किया।"
ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय वायुसेना की रणनीतिक और तकनीकी श्रेष्ठता को प्रदर्शित किया। लो-रेंज हथियारों का उपयोग, सैटेलाइट फोटो, स्थानीय मीडिया से प्राप्त जानकारी और हथियारों से मिले वीडियो ने इस ऑपरेशन को अत्यंत प्रभावी बनाया। ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है, जिसने न केवल आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए कितना सक्षम और प्रतिबद्ध है। यह ऑपरेशन न केवल तकनीकी दक्षता का प्रतीक है, बल्कि भारत की रक्षा नीति और संकल्प का भी प्रतीक है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 9 August 2025 at 13:11 IST