अपडेटेड 14 October 2025 at 21:45 IST

Astra Mark 2 missile: देश के दुश्मन सावधान! इन 700 घातक मिसाइलों से लैस होंगे वायु सेना के लड़ाकू विमान, सुखोई की बढ़ेगी ताकत

Astra Mark 2 missile: रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायु सेना के पायलटों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वदेशी बढ़ावा में, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) एस्ट्रा मार्क 2 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की मारक क्षमता को 200 किलोमीटर से अधिक बढ़ाने जा रहा है।

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प्रतीकात्मक तस्वीर | Image: ANI/X

Astra Mark 2 missile: पाकिस्तान और उसके शह पल रहे आतंकियों के ठिकानों पर भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विकराल रूप धारण कर तबाही मचाई थी। भारत के द्वारा इस प्रहार को पूरी दुनिया ने भी देखा और सुना था। इस बीच अब भारतीय वायु सेना अपनी मजबूती को और बढ़ाते हुए एक बड़ा कदम उठाया है।

जी हां, न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायु सेना ने अपने लड़ाकू विमानों के लिए 700 Astra Mark 2 missile को अपने बेड़े में शामिल करने का फैसला किया है। इन मिसाइलों को सुखोई और अन्य लड़ाकू विमानों पर तैनात किया जाएगा। इससे इनकी ताकत और बढ़ेगी। आइए इसके बारे में जानते हैं…

200 किलोमीटर से अधिक की मारक क्षमता 

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायु सेना के पायलटों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वदेशी बढ़ावा में, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) एस्ट्रा मार्क 2 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की मारक क्षमता को 200 किलोमीटर से अधिक बढ़ाने जा रहा है। रक्षा अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि निकट भविष्य में रक्षा मंत्रालय द्वारा चर्चा किए जाने वाले एक विस्तृत प्रस्ताव के अनुसार, भारतीय वायु सेना लगभग 700 एस्ट्रा मार्क 2 मिसाइलें भी हासिल करने वाली है, जिन्हें बल के सुखोई और हल्के लड़ाकू विमान लड़ाकू जेट बेड़े में लगाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि पहले की योजना के अनुसार, भारत की प्रमुख रक्षा अनुसंधान एजेंसी एस्ट्रा मार्क 2 के लिए लगभग 160 किलोमीटर से अधिक की रेंज पर विचार कर रही थी, लेकिन अब वह 200 किलोमीटर से अधिक की रेंज वाले संस्करण को विकसित करने पर काम करने जा रही है।

भारत इस क्षेत्र में दृश्य सीमा से परे युद्ध में अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए स्वदेशी लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें विकसित करने पर काम कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारत और पाकिस्तान के बीच सीमित हवा से हवा में लड़ाई हुई थी, क्योंकि भारत ने लंबी दूरी से पाकिस्तानी हवाई ठिकानों और आतंकी शिविरों पर हमला किया था।

अस्त्र मार्क 1 से अब अस्त्र मार्क 2 की बारी

रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल के पिछले संस्करण अस्त्र मार्क 1 की मारक क्षमता 100 किलोमीटर से अधिक है। यह उन्नत मार्गदर्शन एवं नौवहन प्रणाली से लैस है। डीआरडीओ की विभिन्न प्रयोगशालाओं के अलावा, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड सहित 50 से अधिक सार्वजनिक और निजी उद्योगों ने इस हथियार प्रणाली के सफल निर्माण में योगदान दिया है। अब DRDO एस्ट्रा मार्क 2 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की मारक क्षमता को 200 किलोमीटर से अधिक बढ़ाने जा रहा है। 

 

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Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 14 October 2025 at 21:42 IST