अपडेटेड 4 April 2024 at 17:51 IST
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने राजनीतिक फायदे के लिए एक राजनीतिक दल और उसके कुछ सदस्यों की ओर से सेना पर “आधारहीन” आरोप लगाए जाने को लेकर गहरी चिंता जताई है।
सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने बुधवार को नए राष्ट्रपति जरदारी से मुलाकात की, तभी जरदारी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर यह परोक्ष हमला किया।
मुलाकात के दौरान सेना प्रमुख ने पिछले महीने पाकिस्तान का 14वां राष्ट्रपति बनने के लिए जरदारी को बधाई दी।
राष्ट्रपति जरदारी ने जताई चिंता
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति जरदारी ने “संकीर्ण राजनीतिक फायदे के लिए एक खास राजनीतिक दल और उसके कुछ व्यक्तियों द्वारा सेना और उसके नेतृत्व पर निराधार आरोप लगाये जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की और ऐसे विघटनकारी तत्वों से सख्ती से निपटने का संकल्प लिया।”
जरदारी अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल होने पर इमरान खान और उनकी पार्टी द्वारा पाकिस्तानी सेना पर लगाए गए आरोपों का जिक्र कर रहे थे।
पाकिस्तान के 75 वर्ष के इतिहास में आधे से अधिक समय सेना का शासन रहा है। सेना का सुरक्षा और विदेश नीति से संबंधित मामलों में खासा दखल रहा है।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
पब्लिश्ड 4 April 2024 at 17:51 IST