अपडेटेड 14 June 2025 at 13:14 IST
World Blood Donor Day 2025: कोई भी बन सकता है ब्लड डोनर? कौन और कब नहीं कर सकता रक्तदान? जान लें ये जरूरी बात
ब्लड डोनेशन को लेकर कई तरह के डर और मिथक हैं जिसकी वजह से लोग रक्तदान से अपने कदम पीछे खींच लेते हैं। ऐसे में आईए इससे जुड़ी सही जानकारी जानते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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World Blood Donor Day 2025: आज वर्ल्ड ब्लड डोनर डे है। हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। ये दिन बिना किसी दबाव के ब्लड डोनेट करने वालों के लिए समर्पित है। इस दिन ब्लड डोनेट करने वालों को सम्मानित भी किया जाता है। साथ ही रक्तदान करने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाई जाती है।
हर साल इस दिन को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल की थीम है- 'Give Blood Give Hope' जिसका अर्थ है कि ब्लड दें उम्मीद दें। ये दिवस महान कार्ल लैंडस्टीनकर की याद में मनाया जाता है। इस साल वर्ल्ड ब्लड डोनर डे को 20 साल पूरे हो रहे हैं।
महादान माना गया है रक्तदान
मालूम हो कि ब्लड डोनेट को महादान माना गया है। आप रक्त दान यानि ब्लड डोनेट करके किसी रोगी की जान बचा सकते हैं। वहीं अस्पतालों की रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में हर दिन करीब 12 हजार मरीज समय पर ब्लड नहीं मिल पाने की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं। देश में सालाना 15 मिलियन यानि 1.5 करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। लेकिन ब्लड डोनेशन कैंप और अन्य माध्यमों से सिर्फ 10 मिलियन यानि 1 करोड़ ब्लड ही जमा हो पाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, अगर समय रहते ब्लड की जरूरत पूरी नहीं की गई तो इसके नतीजे भयावह हो सकते हैं। इसके अलावा कई ऐसे कई डर और मिथक भी हैं जिसकी वजह से लोग ब्लड डोनेट करने से अपने कदम पीछे खींच लेते हैं। ऐसे में ब्लड डोनेशन से जुड़े कई सवालों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।
ब्लड डोनेट से इम्यूनिटी होती है कमजोर?
ब्लड डोनेट करने को लेकर ऐसी धारणा है कि इससे कमजोरी आती है। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस जानकारी को गलत बताते हैं। ब्लड डोनेशन के प्रोसेस में मुख्य रूप से रेड ब्लड सेल को निकाला जाता है। हालांकि ये कुछ दिनों में फिर से प्राकृतिक रूप से शरीर में उत्पादित हो जाता है। वहीं व्हाइट ब्लड सेल के स्तर को सामान्य होने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है। लेकिन ये किसी भी तरह से शरीर को प्रभावित नहीं करती है। ऐसे में ब्लड डोनेशन से कमजोरी नहीं आती है।
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टैट बनवाने के बाद कर सकते हैं ब्लड डोनेट?
हाल ही में टैटू बनवाने या पियर्सिंग करवाने वाले लोग ब्लड डोनेट सीमित अवधि के नहीं कर सकते हैं। स्किन से जुड़ा ट्रीटमेंट लेने वाले लोगों को भी तुरंत ब्लड डोनेट करने से बचना चाहिए। हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक, तीन महीने के बाद ये सभी रक्तदान में अपना योगदान दे सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं को करना चाहिए रक्तदान?
एकपर्ट्स की मानें तो गर्भवती और ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिलाओं को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। मालूम हो कि ऐसे समय पर उन्हें ज्यादा पोषण और ब्लड की आवश्यकता होती है।
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साल में कितनी बार कर सकते हैं ब्लड डोनेट?
डॉक्टरों के अनुसार, सभी स्वस्थ पुरुष 2 से 3 महीने में एक बार ब्लड डोनेट कर सकता है। वहीं महिलाएं 3 से 4 महीने में एक बार रक्तदान कर सकती हैं। इससे शरीर में नई रक्त कोशिकाएं बनने में मदद मिलती है। अमेरिकन रेड क्रॉस की सलाह मानें तो कोई भी शख्स एक साल में तीन से चार बार ब्लड डोनेट कर सकता है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 14 June 2025 at 13:14 IST