अपडेटेड 31 July 2024 at 10:45 IST
कौन था रिफ्यूजी कैंप में जन्मा इस्माइल हानिया, जिसे ईरान में नेतन्याहू की सीक्रेट सेना ने मार डाला
7 अक्टूबर 2023 को पूरा इजरायल हिल गया था। हर तरफ खून की छीटें थीं, लाशों का अंबार था और हवाओं में घायलों की चीख पुकार गूंज रही थी।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Who Was Ismail Haniyeh: 7 अक्टूबर 2023 को पूरा इजरायल हिल गया था। हर तरफ खून की छीटें थीं, लाशों का अंबार था और हवाओं में घायलों की चीख पुकार गूंज रही थी। बस उसी दिन इजरायल ने कसम खा ली थी कि वो अपने दुश्मन को नहीं छोड़ेगा। बदले की आग में जल रहे इजरायल को 9 महीने बाद सुकून मिला है। बुधवार तड़के इजरायली सेना ने हमास चीफ इस्माइल हानिया को मार गिराया।
हैरान करने वाली बात ये है कि हानिया गाजा, फिलिस्तीन या कतर में नहीं बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में था। वो ईरान के राष्ट्रपति की शपथ में शामिल होने आया था। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिंन नेतन्याहू की सीक्रेट सेना मोसाद ने हानिया को तेहरान में घुसकर मार गिराया। हमास ने खुद इस बात की पुष्टि की है।
हमास का चीफ पॉलिटिकल लीडर था हानिया
इस्माइल हनिया हमास का चीफ पॉलिटिकल लीडर था, हानिया पर 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले की साजिश रचने का आरोप है। इस्माइल हानिया ने 1988 में हमास ज्वाइन किया था और साल 2017 में वो हमास का चीफ पॉलिटिकल लीडर बना।
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इस्माइल हनिया ने 2006-07 में फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) के प्रधानमंत्री के तौर पर भी काम किया था, 2017 में उसे खालिद मेशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख के रूप में चुना गया था। बताया जाता है कि हमास की लीडरशिप मिलने के बाद हानिया ने दिसंबर 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दिया था। वहीं हमास की सर्वोच्च इकाई शूरा परिषद ने 2021 में इस्माइल हानिया दोबारा चार साल के लिए निर्विरोध चुना था। हमास में इस्माइल हानिया को चुनौती देने वाला कोई दूसरा बड़ा लीडर नहीं था।
रिफ्यूजी कैंप में हुआ था हानिया का जन्म
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इस्माइल हानिया का जन्म 1962 में गाजा के एक शरणार्थी शिविर में हुआ था, वहीं संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी द्वारा संचालित स्कूल में उसकी प्रारंभिक शिक्षा हुई। 1981 में हनिया ने गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहां से उसने अरबी साहित्य की स्टडीज पूरी की। इस्माइल हानिया छात्र राजनीति में भी सक्रिय था साथ ही उसने मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े एक इस्लामिक छात्र संघ का नेतृत्व भी किया।
7 अक्टूबर को क्या हुआ था इजरायल में?
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच जंग 7 अक्टूबर 2023 से जारी है। तब हमास ने इजरायल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे। हमास ने 250 नागरिकों को बंधक भी बना लिया था। दावा है कि अब भी 150 बंधक हमास के कब्जे में है। वहीं, हमास दावा करता है कि इजरायली हमलों में अब तक 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है। इजरायल का कहना है कि उसने इस ऑपरेशन में हमास और उसके सहयोगियों के 14 हजार से ज्यादा लड़ाकों को मार गिराया है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 31 July 2024 at 10:45 IST