अपडेटेड 3 September 2025 at 11:59 IST
'US ने भी अपना खून...', चीन के विक्ट्री-डे परेड पर जिनपिंग-पुतिन-किम को साथ देख बढ़ी ट्रंप की बेचैनी, अमेरिका के खिलाफ साजिश का लगाया आरोप
चीन के विक्ट्री-डे परेड पर जिनपिंग-पुतिन-किम को साथ देखकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेचैनी बढ़ गई है। उन्होंने तीनों नेताओं पर अमेरिका के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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चीन के विक्ट्री-डे परेड में राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुति और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को देखकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेचैनी बढ़ती नजर आ रही है। तभी तो उन्होंने तीनों देशों पर अमेरिका के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा दिया।
चीन की अब तक की सबसे बड़ी विक्ट्री-डे परेड में शामिल हुए उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत चीनी राष्ट्रपति को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने पोस्ट लिखा। दरअसल, चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर परेड का आयोजन किया है, जिसमें दोनों नेता शामिल हुए। चीन 3 सितंबर को 1945 में जापान के खिलाफ संघर्ष में मिली जीत की वर्षगांठ के रूप में मनाता रहा है।
ट्रंप ने अमेरिका के खिलाफ साजिश का लगाया आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा, "सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग उस अपार समर्थन और खून का जिक्र करेंगे जो अमेरिका ने चीन को एक बेहद अमित्र विदेशी आक्रमणकारी से आजादी दिलाने में दिया था। चीन की विजय और गौरव की खोज में कई अमेरिकी शहीद हुए। मुझे उम्मीद है कि उन्हें उनके साहस और बलिदान के लिए उचित सम्मान और याद दिया जाएगा! राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन के अद्भुत लोगों के लिए यह एक महान और स्थायी उत्सव का दिन हो। कृपया व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं दें, क्योंकि आप संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।"
आसमान में गरजे चीनी मिसाइल
इस परेड का आयोजन सुबह 9 बजे (भारतीय समय 6:45 AM) शुरू हुआ। परेड में चीन ने पहली बार अपनी आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया और दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। परेड में 10,000 से अधिक सैनिकों ने हिस्सा लिया है। सैकड़ों आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें ड्रोन, फाइटर जेट, अंडरवॉटर हथियार और लेजर सिस्टम शामिल थे। जब चीन के आसमान में जब DF-61 और JL-3 मिसाइल गरजे तो दुनिया ने इसकी ताकत देखी।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 3 September 2025 at 11:59 IST