अपडेटेड 15 March 2025 at 18:29 IST

ट्रंप के ताबड़तोड़ एक्शन से दुनिया में खलबली, अब 41 देशों के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री होगी मुश्किल, पाकिस्तान की फजीहत

राष्ट्रपति ट्रंप के ताबड़तोड़ एक्शन की वजह से पूरी दुनिया में खलबली मच गई है। करीब 41 देशों के नागरिकों को अमेरिका में एंट्री में मुश्किल होगी।

Donald Trump
US के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। | Image: AP

US News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक ऐसे फैसले ले रहे हैं, जिसका सीधा असर अन्य देशों पर भी पड़ रहा है। पहले कई देशों पर टैरिफ लगाने के बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप ने यात्रा पर प्रतिबंध को लेकर बड़ा फैसला लिया है। बता दें, ट्रंप सरकार नई अप्रवासन नीति के तहत करीब 41 देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने को लेकर कड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से पाकिस्तान की खूब फजीहत होने वाली है।

अमेरिकी मीडिया की ओर से साझा जानकारी के अनुसार पहले 11 देश ऐसे हैं, जिन्हें अमेरिका में किसी भी तरह की यात्रा के लिए बैन कर दिया गया है। इन देशों में अफगानिस्तान, भूटान, क्यूबा, ईरान, लिबाया, नॉर्थ कोरिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया, वेनेजुएला और यमन शामिल है। इन्हें रेड मार्क में रखा गया है।

इन देशों को ऑरेंज कैटेगरी में रखा गया

इसके बाद 10 ऐसे देश हैं, जिनके लिए वीजा पर प्रतिबंध लगाया गया है।  बेलारूस, इरिट्रिया, हैती, लाओस, म्यानमार, पाकिस्तान, रूस, साउथ सूडान, तुर्कमेनिस्तान, सिएरा लियोन पर आंशिक प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन देशों को लिस्ट में ऑरेंज मार्क में रखा गया है।

इन 10 देशों को येलो कैटेगरी में शामिल किया गया

इसके अलावा एंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, बुर्किना फासो, कंबोडिया, इक्वेटोरियल गिनी, गांबिया, लाइबेरिया, मलावी, माली को येलो मार्क में रखा गया है। इनके लिए 60 दिनों के भीतर उनकी सरकारें सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए कदम नहीं उठाती। अमेरिकी वीजा जारी करने का आंशिक निलंबन हो सकता है।

Advertisement

US में हमास का समर्थन करना भारतीय छात्रा को पड़ा भारी

अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही भारतीय छात्रा को हमास का समर्थन करना भारी पड़ गया। दरअसल, हमास से संबंधित गतिविधियों में शामिल होने की वजह से भारतीय स्टूडेंट का वीजा रद्द कर दिया गया। इसके बाद वो वापस भारत लौट आई। न्यूज एजेंसी पीटीआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इनका वीजा कथित तौर पर “हिंसा और आतंकवाद की वकालत” करने तथा हमास समर्थित गतिविधियों में शामिल होने के कारण रद्द कर दिया गया।

होमलैंड सुरक्षा विभाग ने मामले में बयान दिया है कि ‘भारतीय नागरिक रंजनी श्रीनिवासन ने एफ-1 छात्र वीजा पर कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन में डॉक्टरेट की छात्रा के रूप में अमेरिका में कदम रखा था। रंजिनी आतंकवादी संगठन हमास को समर्थन देने वाली गतिविधियों में शामिल थी और विदेश विभाग ने पांच मार्च को उसका वीजा रद्द कर दिया था।’

Advertisement

इसे भी पढ़ें: वडोदरा में तेज रफ्तार कार ने मारी स्कूटी में टक्कर, हादसे में एक महिला की मौत, नशे में धुत ड्राइवर हुआ गिरफ्तार

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 15 March 2025 at 17:23 IST