अपडेटेड 19 April 2025 at 20:24 IST

Tariff war: ट्रंप ने कर दी बड़ी गलती? भारत की ओर 'प्यार' की नजर से देख रहे जिनपिंग, मलेशिया-वियतनाम का दौरा...क्या हैं मायने?

अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर लड़ाई के बीच चीन भारत को लेकर काफी नरम है। टैरिफ वॉर के बीच समझते हैं कि शी जिनपिंग के मलेशिया-वियतनाम दौरे के क्या मायने हैं।

us china india tariff trade war
टैरिफ को लेकर अमेरिका के खिलाफ क्या है चीन की चाल? | Image: AP/Canva

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर ऐलान करने के बाद से विश्व पटल के सियासी गलियारों की हलचल तेज हो गई। वहीं चीन डटकर अमेरिका का मुकाबला करने के लिए सामने खड़ा है। चीन अमेरिका के सामने हार मानने को तैयार नहीं है। तभी तो अमेरिका के पुराने दोस्तों को अपने करीब लाने की कोशिश कर रहा है। इतना ही नहीं, ड्रैगन भारत की ओर इस समय नरमी दिखा रहा है। इन सबके बीच चीन के राष्ट्रपति मलेशिया और वियतनाम के दौरे पर हैं।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आज मलेशिया में हैं, और दक्षिण पूर्व एशिया के दौरे के तहत वे अगले दौरे पर कंबोडिया जाएंगे। दोनों देशों के साथ जिनपिंग आर्थिक सहयोग और साझेदारी को लेकर बातचीत करेंगे। मलेशिया से पहले राष्ट्रपति जिनपिंग वियतनाम के दौरे पर थे। मलेशिया में शी जिनपिंग ने कुल 31 MoU पर हस्ताक्षर किए। बता दें, मलेशिया और अमेरिका के बीच काफी अच्छे संबंध हैं। ऐसे में अब चीन भी मलेशिया के साथ नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इस दौरे पर उन्होंने अमेरिका का विरोध करने का आग्रह भी किया।

क्या वियतनाम दौरे पर जिनपिंग को मिलेगी सफलता?

बता दें, दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को अमेरिका के सबसे अधिक टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है। इन देशों में वियतनाम पर 46% और कंबोडिया पर 49% टैरिफ लगाया है। हालांकि, तत्काल 90-दिनों के लिए रोक जारी है। इस बीच शी जिनपिंग वियतनाम पहुंचे हैं। जिनपिंग अमेरिका के खिलाफ अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं। अमेरिका ने जब चीन पर टैरिफ लगाया, तो ड्रैगन ने भी इसका जवाब US पर शुल्क लगाकर दिया। चीन के इस कदम पर राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को मीडिया से कहा कि चीन और वियतनाम के बीच बातचीत इस बारे में थी कि वे "संयुक्त राज्य अमेरिका को कैसे परेशान किया जाए।"

भारत को लेकर क्यों नरम पड़ा चीन

अमेरिका के खिलाफ लड़ाई के बीच चीन भारत के साथ लगातार नरमी दिखाता नजर आ रहा है। बीते कुछ दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई है, जिससे ये तो साफ हो गया है कि इस समय चीन भारत से दुश्मनी मल लेने के मूड में नहीं है। तभी तो भारत-चीन के बीच डायरेक्ट फ्लाइट की शुरुआत पर चर्चा, कैलाश मानसरोवर की यात्रा शुरू करने को लेकर तैयारी शुरू हो गई। इसके साथ ही चीन भारत के साथ व्यापार घाटा कम करने को भी तैयार हो गया है। तभी तो ना केवल चीन भारत में आकर ट्रेड करने को उत्सुक है, बल्कि चीनी बाजार में भी भारत को व्यापार करने के लिए बुला रहा है। 

Advertisement

इसे भी पढ़ें: Trump Tariff War: अमेरिका चीन को धमका रहा तो भारत को क्यों पुचकार रहा? असली कारण ये है, आंकड़े भी दे रहे गवाही

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 19 April 2025 at 20:24 IST