अपडेटेड 6 September 2025 at 08:48 IST
अमेरिकी राष्ट्रपति को खल रही भारत से दूरी, ब्रेकअप पोस्ट के बाद ट्रंप का आया यू-टर्न; MEA ने दिया ये रिएक्शन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत से दूरी खल रही है। तभी तो पहले भारत के लिए ब्रेकअप पोस्ट डाल दिया और अब अपने पुराने बयानों से यूटर्न भी लेते नजर आ रहे हैं। वहीं भारत-अमेरिका संबंध पर MEA का रिएक्शन भी आया।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत से दूरी काफी खल रही है। पहले टैरिफ के जरिए अपनी शर्तो पर ट्रेड करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति दबाव बना रहे थे। वहीं SCO समिट में चीन और रूस के साथ भारत की दोस्ती को देखकर अमेरिका को मिर्ची लग रही है। तभी तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने पहले भारत के लिए ब्रेकअप पोस्ट डाला फिर अपने पुराने बयानों से यू-टर्न भी ले लिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रेकअप पोस्ट के बाद अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर नया बयान सामने आया है। न्यूज एजेंसी ANI ने राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा कि "क्या आप इस समय भारत के साथ संबंधों को फिर से सुधारने के लिए तैयार हैं?", अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मैं हमेशा तैयार रहूंगा। मैं हमेशा (प्रधानमंत्री) मोदी का दोस्त रहूंगा। वह एक महान प्रधानमंत्री हैं। मैं हमेशा दोस्त रहूंगा, लेकिन मुझे इस समय वह जो कर रहे हैं, वह पसंद नहीं है। लेकिन भारत और अमेरिका के बीच एक बेहद खास रिश्ता है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे बीच बस कभी-कभी कुछ पल ऐसे होते हैं।"
भारत के लिए ट्रंप का ब्रेकअप पोस्ट
भारत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रेकअप पोस्ट में लिखा, "ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को सबसे गहरे और अंधकारमय चीन के हाथों खो दिया। ईश्वर करे उनका भविष्य दीर्घकालिक और समृद्ध हो!"
अमेरिका के साथ भारत के रिश्ते पर MEA का बयान
वहीं दूसरी ओर व्यापार के मुद्दों पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पुष्टि की है कि भारत व्यापार के मुद्दों पर अमेरिका के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने एच-1बी वीजा कार्यक्रम से जुड़ी चिंताओं का जवाब देते हुए कहा, "एच-1बी वीजा के बारे में, देखिए, भारत और अमेरिका के बीच गतिशीलता साझेदारी इस रिश्ते का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। यह हमारे तकनीकी सहयोग का समर्थन करती है। यह हमारे आर्थिक सहयोग का समर्थन करती है। यह नवाचार, नई और उभरती तकनीकों और वित्तीय सहयोग के क्षेत्र में हो रही कई अन्य गतिविधियों का समर्थन करती है।"
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उन्होंने कहा कि भारत इसकी कद्र करता है, और यह ऐसा कुछ है जिससे दोनों पक्षों को पारस्परिक लाभ होता है। यह हमारे कुशल लोगों के लिए अमेरिका में काम करने की जगह तो बनाता ही है, साथ ही अमेरिकी उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता में भी काफी इजाफा करता है। यह ऐसा कुछ है जिससे भारत और अमेरिका दोनों को फायदा है। हम गतिशीलता के मुद्दों पर अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखेंगे और देखेंगे कि हम इस साझेदारी को कैसे बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकते हैं।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 6 September 2025 at 08:48 IST