अपडेटेड 11 March 2024 at 13:31 IST

अमेरिका में Donald Trump की वापसी से क्यों घबरा रहा चीन? शी जिनपिंग के मंसूबों पर यूं फिर जाएगा पानी

US में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचल तेज है। एकतरफ Donald Trump की वापसी की अटकलें भी तेज हो रही तो दूसरी ओर China और शी जिनपिंग की घबराहट बढ़ रही है।

US EX President Donald Trump and China President Xi Jinping
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग | Image: AP

India-China Relation: अमेरिका में 2024 का राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहा है। रुझानों से देखकर कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच तगड़ा मुकाबला देखा जा सकता है। उम्मीद तो ये भी जताई जा रही है कि अमेरिका में एक बार फिर से ट्रंप की वापसी हो सकती है। हालांकि, ट्रंप की वापसी से ड्रैगन की हालत खराब हो सकती है। चर्चा इस बात पर हो रही है कि ट्रंप की वापसी से चीन के इरादों पर पानी फिर सकता है, यही कारण है कि शि जिनपिंग रिपब्लिकन लीडर की वापसी से घबरा रहे हैं।

दरअसल, जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बने थे तो उन्होंने व्यापार शुल्क काफी बढ़ा रखा था। इससे ना सिर्फ चीन की टेंशन बढ़ी हुई थी, बल्कि अमेरिका के साथ उसके संबंधों में भी तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। हालांकि, धीरे-धीरे अमेरिका में चुनाव की तस्वीरें साफ होती दिख रही है। ट्रंप और बाइडेन के बीच कड़े टक्कर की उम्मीद जताई जा रही है।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (AP)

ट्रंप की वापसी से चीनी अर्थव्यवस्था को लगेगा झटका!

विशेषज्ञों की मानें तो अमेरिका में अगर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी होती है, तो इससे चीन की अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लग सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति ने पहले से ही ऐलान कर दिया है कि व्यापार शुल्क और बढ़ने वाला है। ऐसे में चीन के लिए ये एक मुश्किल खड़ी कर सकता है।

2017 में ट्रंप की एंट्री से चीन में जगी थी उम्मीद

2017 में जब डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में आए थे तो चीन इसे एक सकारात्मक रूप से देख रहा था। चीन को उम्मीद थी कि अमेरिका और चीन के बीच दोस्ती अच्छी होगी। लेकिन कुछ एक साल के अंदर ही तस्वीरें बदलने लगी। दरअसल, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ की एक बड़ी किश्त शुरू कर दी।

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चीनी सामानों पर 25 फीसदी टैक्स लागू

अमेरिका ने 50 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर 25% टैरिफ किश्त यानि टैक्स लागू कर दिया। यहां से चीन और अमेरिका के बीच तनाव की स्थिति जो शुरू हुई वो बढ़ती गई और फिर आया कोरोना महामारी का दौर जब दोनों देशों के बीच तकरार बढ़ी। कोविड-19 के काल में अमेरिका और चीन के संबंध और भी बिगड़ने लगे। अमेरिका ने कोविड महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (AP)
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (AP)

चीन पर छा सकता नौकरी का संकट

शंघाई में चाइना यूरोप इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बाला रामासामी के अनुसारस, “अगर अमेरिका में ट्रंप 2.0 शुरू होता है, तो चीन पर इसका प्रभाव बहुत गंभीर होने वाला है लेकिन यह साफ नहीं है कि ऐसा क्या होगा। यह कोई नहीं कह सकता कि ट्रम्प क्या करेंगे और यही समस्या है।” वहीं कई अन्य एक्सपर्ट्स का मानना है कि ट्रंप की वापसी से चीन को डरना चाहिए, क्योंकि इससे चीन का निर्यात काफी प्रभावित होगा। अगर पर्याप्त निर्यात नहीं हुआ तो चीन में नौकरी का एक बड़ा संकट देखा जा सकता है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 11 March 2024 at 12:56 IST