अपडेटेड 15 May 2025 at 10:57 IST

'डरे हुए कुत्ते की तरह भागा था पाकिस्तान, जिसकी दुम...', पूर्व US रक्षा अधिकारी ने खोले धागे, कहा- ट्रंप को हर चीज का क्रेडिट...

पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने कहा कि भारत के साथ सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान की बुरी तरह से हार हुई है। सीजफायर के लिए पाकिस्तान एक डरे हुए कुत्ते की तरह दुम दबाकर भाग रहा था।

Former Pentagon Official Michael Rubin on India-Pakistan Conflict
Former Pentagon Official Michael Rubin on India-Pakistan Conflict | Image: X- ANI

India-Pakistan news: पाकिस्तान लाख झूठ और अपनी जीत का झूठा जश्न क्यों न मना लें, लेकिन दुनिया जानती हैं कि भारत ने किस तरह से आतंकियों को पालने-पोसने वाले देश को कड़ा सबक सिखाया है। भले ही दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तहस-नहस करने के साथ ही कई एयरबेस को भी भारी नुकसान पहुंचाया। आलम तो यह है कि इतना कुछ होने के बाद भी पाकिस्तान में जीत का जश्न मनाया जा रहा है। अब अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) के पूर्व अधिकारी ने पाकिस्तान के झूठे दावों की पोल खोल फिर उसे दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया।

उन्होंने कहा है कि भारत के साथ सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान की बुरी तरह से हार हुई है। साथ ही उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए यह भी कहा कि सीजफायर के लिए पाकिस्तान एक डरे हुए कुत्ते की तरह दुम दबाकर भाग रहा था।

‘कूटनीतिक और सैन्य… दोनों मोर्चों पर जीता भारत’

पूर्व पेंटागन अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत ने कूटनीतिक और सैन्य दोनों ही तरह से जीत हासिल की है। कूटनीतिक रूप से भारत की जीत का कारण यह है कि अब सारा ध्यान पाकिस्तान के आतंकवादी प्रायोजन पर है। यह तथ्य कि वर्दीधारी पाकिस्तानी अधिकारी आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। यह दर्शाता है कि आतंकवादी और ISI या पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के सदस्य के बीच कोई अंतर नहीं है।

‘पाकिस्तान बहुत बुरी तरह हारा’

उन्होंने पाकिस्तानी सेना को कैंसर तक बताया। रुबिन ने कहा कि पाकिस्तान सीजफायर के लिए एक डरे हुए कुत्ता की तरह भाग रहा था, जिसकी दुम पैरों के बीच दबी हुई थी। पाकिस्तानी सेना के पास इस बात को छिपाने के लिए कोई भी तरीका नहीं है कि क्या हुआ। वे न केवल हारे, बल्कि बहुत बुरी तरह हारे हैं। साफ तौर पर पाकिस्तानी सेना के अंदर समस्या है। यह पाकिस्तानी जनता के लिए एक कैंसर है और क्योंकि एक सेना के रूप में वे अक्षम है।

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उन्होंने पूछा कि क्या असीम मुनीर अपनी नौकरी बरकरार रख पाएंगे? पाकिस्तान को घर को साफ करने की जरूरत है, लेकिन यह एक खुला सवाल है कि क्या वे ऐसा करने के लिए बहुत दूर चले गए हैं?

भारत पर थोपा गया था संघर्ष- माइकल रुबिन 

पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने यह भी कहा कि यह एक ऐसा संघर्ष नहीं था जो भारत चाहता था। यह एक ऐसा संघर्ष था जिसे भारत पर थोपा गया था। हर देश को अपने नागरिकों की रक्षा करने का अधिकार है। आखिरकार यह भारत का काम है कि वह एक सीमा रेखा खींचे और कहे कि हम अपनी सीमा पर आतंकवादी हमलों को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे, इसलिए भारत ने वही किया जो बिल्कुल जरूरी था। 

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ट्रंप के बयानों पर भी दिया रिएक्शन

उन्होंने सीजफायर के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क्रेडिट लेने पर भी बड़ा बयान दिया। रुबिन ने कहा कि ट्रंप को हर चीज का श्रेय लेना पसंद है। अगर आप डोनाल्ड ट्रम्प से पूछें, तो वे कहेंगे कि उन्होंने अकेले ही विश्व कप जीता, इंटरनेट का आविष्कार किया, कैंसर का इलाज किया। भारतीयों को इस मामले में अमेरिकियों की तरह होना चाहिए और डोनाल्ड ट्रंप को शाब्दिक रूप से नहीं लेना चाहिए।" उन्होंने कहा कि जब भी पाकिस्तान और भारत के बीच टकराव होता है, तो अमेरिका पर्दे के पीछे से मध्यस्थता करने की कोशिश करता है और यह उचित है।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 15 May 2025 at 10:57 IST