अपडेटेड 14 July 2024 at 16:45 IST

1 Min. 60 राउंड, जैसी चाहो वैसी बुलेट फिट...ट्रंप पर AR-15 से हुआ हमला, कितनी पॉवरफुल है ये रायफल

हमले में इस्तेमाल की गई AR-15 राइफल को कुछ देशों की सेनाएं भी करती हैं। इस राइफल का पूरा नाम है आर्मा लाइट राइफल है।

AR-Style Rifle Used In The Donald Trump's Assassination Attempt By The Shooter
डोनाल्ड ट्रंप पर हमले में इस्तेमाल की गई AR-15 Style रायफल है। | Image: X

Attack on Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर अचानक से जानलेवा हमला हुआ। हालांकि इस हमले में ट्रंप के कान को गोली छूती हुई निकल गई। उन्हें हल्की चोट लगी लेकिन वो बाल-बाल बच गए। इस हमले में 20 वर्षीय हमलावर ने ट्रंप पर गोली चलाने के लिए अमेरिका की एक फेमस रायफल का इस्तेमाल किया। इस रायफल का नाम AR-15 रायफल है। इस हमले के बाद ट्रंप पर हमला करने वाले हमलावर को सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत ही मार गिराया।

अगर हम ट्रंप पर किए गए हमले में इस्तेमाल की गई राइफल के बारे में बात करें तो AR-15 रायफल का इस्तेमाल  बात करें, हमले में इस्तेमाल की गई AR-15 राइफल को कुछ देशों की सेनाएं भी करती हैं। इस राइफल का पूरा नाम है आर्मा लाइट राइफल है। ये राइफल अमेरिका के लोगों के बीच काफी चर्चित हथियार है। आइए आपको इस रायफल की कुछ खास विशेषताएं बताते हैं।

  • AR-15 राइफल एक बहुत हल्की राइफल है इसका वजन अन्य राइफल की तुलना में काफी कम होता है। इसकी वजह से ये इस्तेमाल करने में काफी आसान होती है। यह राइफल इतनी ज्यादा पावरफुल होती है कि महज एक मिनट में ही 60 राउंड की फायरिंग कर सकती है।
  • AR-15 राइफल का अस्तित्व सबसे पहले साल 1956 में सामने आया था। मौजूदा समय अमेरिका में अधिकतर वेपन कंपनी AR-15 राइफल स्टाइल की राइफल ही बनाते हैं। ये अमेरिका में सबसे ज्यादा बिकने वाला हथियार है। इस हथियार के अमेरिका में कई दर्जनों वेरिएंट्स मिलते हैं। इन अलग-अलग वेरिएंट्स की अलग-अलग कीमतें होती हैं।
  • AR-15 राइफल में शोल्डर सपोर्ट नहीं होता है लेकिन कुछ वेरिएंट्स जिन्हें लंबी दूरी के टारगेट के लिए बनाया गया है उनमें शोल्डर सपोर्ट दिया गया है। वहीं इस रायफल में ऐसे वेरिएंट्स भी हैं जिसमें कुछ कंपनियां फोल्डिंग और नॉन फोल्डिंग शोल्डर सपोर्ट देती हैं। AR-15 राइफल की बैरल 16 इंच से कम होती है।
  • अमेरिका में AR-15 राइफल ऐसे इकलौती राइफल है जिससे अमेरिका में कई बार नरसंहार हुआ है। मेयर्स अगेंस्ट इलीगल गन्स के अनुसार, अमेरिका में अब तक कुल 93 बार सामूहिक हमला हुआ है जिसमें 14 बार इस AR-15 राइफल का इस्तेमाल किया गया है। आधुनिक अमेरिकी इतिहास में यह 10 सबसे खतरनाक सामूहिक हमले में इस्तेमाल की जाने वाले हथियारों में शामिल है।

 

ये है पूरा मामला 

दरअसल रविवार को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे तभी रैली में उन पर जानलेवा हमला हुआ। शूटर की चलाई गोली ट्रंप के कान के ऊपरी हिस्से को चीरते हुए निकल गई। हलांकि वो पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ट्रंप के सिक्योरिटी टीम के यूएस सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स ने बिना समय गवांए ही हमलावर को तुरंत ढेर कर दिया। हमलावर महज 20 साल का युवक था उसके पास एक सेमी ऑटोमैटिक राइफल  AR-15 बरामद की गई है। हमलावर ने 120 मीटर की दूरी से पूर्व राष्ट्रपति को निशाना बनाने की कोशिश की थी।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 14 July 2024 at 16:45 IST