पब्लिश्ड 13:25 IST, January 31st 2025
FBI चीफ के लिए नॉमिनेट हुए काश पटेल, ऐसे अंदाज दिया परिचय कि अमेरिका में गूंज उठा 'जय श्रीकृष्ण'...
डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के काश पटेल को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई के चीफ के लिए नॉमिनेट किया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump ) ने भारतीय मूल के काश पटेल (Kash Patel) को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (Federal Bureau of Investigation) के चीफ के लिए नॉमिनेट किया है। काश पटेल के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है। काश पटेल इसी मामले में कंफर्मेशन हियरिंग (Confirmation Hearing) के लिए सीनेट (Seanet) की ज्यूडिशियल कमेटी (Judicial Committee) के सामने काश पटेल पेश हुए थे। इस दौरान उनके परिवार के सदस्य भी उनके साथ आए थे। कमेटी मेंबर्स के सामने काश पटेल ने अपनी बात रखते हुए अपने अभिभावकों से उनका परिचय भी करवाया और आखिर में अपने अभिभावकों को जय श्रीकृष्ण बोलकर अभिनंदन किया।
जब काश पटेल अमेरिकी सीनेट की ज्यूडिशियल कमेटी के सामने पेश हुए थे और कमेटी के सामने बैठने के बाद वो अपने परिवार के बारे में कमेटी के लोगों को परिचय देते हैं। इसके दौरान वो बताते हैं कि मेरे माता-पिता भारत से इस क्षण के लिए आए हैं वो यहां भी मौजूद हैं और उनकी बहन भी उनके साथ उसी हॉल में मौजूद थी। उस दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो अपने अभिभावकों को जय श्रीकृष्ण कहते हैं उसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होती है।
ट्रंप के खास लोगों में से एक हैं काश पटेल
काश पटेल के माता-पिता 70 के दशक में युगांडा से कनाडा चले गए थे, लेकिन काश पटेल का भारत से काफी लगाव रहा। काश पटेल का जन्म अमेरिका में न्यूयॉर्क शहर के गार्डन सिटी में हुआ था। काश पटेल का गुजरात से भी संबंध है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद एफबीआई चीफ के पद के लिए काश पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा था। काश पटेल डोनाल्ड ट्रंप के खास लोगों में से एक बताए जाते हैं यही वजह से कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने उन्हें एफबीआई का चीफ बनाने का ऐलान किया है।
विरोध होने के बावजूद ट्रंप अपने फैसले पर अडिग
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इस बार बंपर जीत दर्ज की है। ऐसा कहा जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप अपने पिछले कार्यकाल के दौरान ही काश पटेल को फेड्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन का चीफ बनाना चाहते थे। ट्रंप के इस फैसले का मकसद अमेरिकी जांच एजेंसियों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए है। हालांकि अटॉर्नी जनरल बिल ने ट्रंप के इस फैसले का विरोध किया था और सीआईए डायरेक्टर जीना हैस्पेल ने ट्रंप को इस्तीफा देने की धमकी भी दी थी।
अपडेटेड 13:43 IST, January 31st 2025