अपडेटेड 18 June 2025 at 22:13 IST
ईरान और इजरायल में जारी युद्ध के बीच अमेरिका में हलचल तेज होती नजर आ रही है। पहले जानकारी सामने आई थी कि अमेरिका ने अपने लड़ाकू विमान रातों रात यूरोप के एयरबेस पर भेजा है। वहीं अब कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का डूम्सडे प्लेन भी आसमान में उड़ता नजर आ रहा था। डूम्सडे प्लेन की उड़ान देखकर अटकले और भी तेज हो गई है कि अमेरिका ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है।
हाईटेक डूम्सडे प्लेन E-4B नाइटवॉच ने लुइजियाना के बार्क्सडेल एयरफोर्स बेस से उड़ान भरी। करीब चार घंटे तक आसमान में उड़ने के बाद मैरीलैंड के जइंट बेस एंड्रयूज में लैंड किया। इस उड़ान में कॉलसाइन 'ORDER01' का इस्तेमाल किया गया। ध्यान देने वाली बात ये है कि इस कॉलसाइन का इस्तेमाल इससे पहले कभी नहीं हुआ है
डूम्सडे प्लेन एक चलता फिरता कमांड सेंटर है। E-4B नाइटवॉच को ही डूम्सडे प्लेन कहा जाता है। इसमें परमाणु हमले तक को झेलने की ताकत होती है। इस प्लेन में तीन डेक होते हैं। इन तीन डेक में ब्रिफिंग रूम, स्ट्रैटेजिक कॉन्फ्रेंस रूम, कम्युनिकेशन जोन शामिल है। इसके साथ ही इसमें आराम के लिए 18 बंक भी होते हैं। इतना ही नहीं इसकी खासबात ये है कि यह बिना जमीन पर लैंड किए एक हफ्ते तक आसमान में ना केवल काम कर सकता है, बल्कि यह हवा में ही इंधन भी भर सकता है।
इस विमान का इस्तेमाल राष्ट्रपति, रक्षा सचिव, और सेना के शीर्ष नेतृत्व को किसी संकट के समय रेस्क्यू करने के लिए भी किया जा सकता है। अमेरिका में जब 9/11 का हमला हुआ था, उस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्जबश को भी इसी तरह के प्लेन में सुरक्षित रखा गया था। जब भी अमेरिका किसी बड़े संकट में होता है तो यह प्लेन आसमान में नजर आता है। ऐसे में इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि क्या अमेरिका ईरान पर हमले की तैयार कर रही है?
ओपन सोर्स सूचना की समीक्षा करने वाले ऑरोरा इंटेल ग्रुप ने यह जानकारी दी है कि अमेरिका ने रातों-रात प्रेस्टविक, स्कॉटलैंड और इटली के एवियानो में यूरोपीय ठिकानों पर वायु सेना के ईंधन भरने वाले टैंकर और C17 को भेजा है। बता दें, यह तब हुआ जब अमेरिका इजरायल को ईरानी हमलों से बचाने के लिए मध्य पूर्व में और उसके आसपास सैन्य विमान और युद्धपोत भेज रहा है, जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तेहरान को संघर्ष से पीछे हटने की चेतावनी दी है।
ऑरोरा इंटेल ग्रुप ने ये भी कहा है कि मंगलवार को अमेरिका ने इतालवी बेस से एक दर्जन F-16 को सऊदी अरब के प्रिंस सुल्तान एयर बेस पर भेजा। जिस तरह से अमेरिका की ओर से गतिविधि देखी जा रही है, ऐसा लग रहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है।
पब्लिश्ड 18 June 2025 at 22:13 IST