अपडेटेड 23 June 2025 at 19:43 IST
ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका के हमले से दुनियाभर में खलबली मची हुई है। हमले के बाद ईरान की शीर्ष सैन्य कमान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीधी धमकी दी। ईरान ने कहा है कि तेहरान वाशिंगटन द्वारा शुरू किए गए किसी भी युद्ध को निर्णायक रूप से समाप्त कर देगा।
ईरान के सैन्य केंद्रीय कमान के प्रवक्ता इब्राहिम जोल्फागरी ने सोमवार को कहा, "जुआरी ट्रंप, आप इस युद्ध को शुरू कर सकते हैं, लेकिन हम ही इसे समाप्त करेंगे।" उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका पर ईरानी क्षेत्र पर सीधे हमला करके रेड लाइन क्रॉस करने का आरोप लगाया। ईरान के सैन्य नेतृत्व के मूल, खतम सेंट्रल मुख्यालय ने घोषणा की कि अमेरिका अब एक वैध लक्ष्य बन गया है और अमेरिकी हमले के जवाब में शक्तिशाली और लक्षित ऑपरेशन की धमकी दी।
ईरानी उप विदेश मंत्री माजिद तख्त-रवांची ने कहा कि तेहरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को बिना रुके जारी रखेगा। उन्होंने कहा, "कोई भी हमें यह नहीं बता सकता कि हमें क्या करना चाहिए या क्या नहीं करना चाहिए।"
बता दें, राष्ट्रपति ट्रंप ने पुष्टि की है कि अमेरिका ने अपना मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, उन्होंने कहा कि इसमें शामिल सभी विमान सुरक्षित रूप से ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल गए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा, "हमने ईरान में तीन परमाणु स्थलों, जिनमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं, पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है। प्राथमिक स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर के रास्ते पर हैं।"
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के दुर्गम फोर्डो परमाणु स्थल को बहुत गंभीर नुकसान पहुंचाया है, लेकिन नुकसान की सीमा के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में कहा, "हम उन्हें वापस भेज रहे हैं, हम खतरे को दूर कर रहे हैं।"
इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा, "हम लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कार्यों से आगे नहीं बढ़ेंगे, लेकिन हम इसे बहुत जल्दी खत्म भी नहीं करेंगे। जब उद्देश्य प्राप्त हो जाएंगे, तो ऑपरेशन पूरा हो जाएगा और लड़ाई बंद हो जाएगी। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक ऐसी सरकार है जो हमें मिटा देना चाहती है, और इसीलिए हमने अपने अस्तित्व के लिए दो ठोस खतरों को खत्म करने के लिए इस ऑपरेशन की शुरुआत की: परमाणु खतरा और बैलिस्टिक मिसाइल खतरा। हम इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में कदम दर कदम आगे बढ़ रहे हैं। हम उन्हें पूरा करने के बहुत करीब हैं।" इससे एक बात तो साफ हो गया है कि नेतन्याहू सरकार ईरान पर जारी हमले को जल्द खत्म करने के बारे में नहीं सोच रही है।
पब्लिश्ड 23 June 2025 at 19:43 IST