अपडेटेड 10 July 2025 at 12:04 IST

Breaking: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी में होगी देरी, जानें क्या है वजह

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से वापसी में देरी हो सकती है।

Shubhanshu Shukla, International Space Station
Indian Astronaut Shubhanshu Shukla | Image: Instagram / kamnashubha

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से वापसी में देरी हो सकती है। शुभांशु और  Axiom-4 क्रू सदस्यों की वापसी में अब 3 से 4 दिन तक की देरी हो सकती है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने इसके संकेत  दिए हैं और बताया कि शुभांशु और उनके साथी की धरती पर वापसी अब 14 जुलाई से पहले संभव नहीं मानी जा रही है।


मिशन की वापसी में देरी के पीछे की वजह फ्लोरिडा तट पर खराब मौसम, ISS में प्रेशर लीक की जांच और तकनीकी तैयारियां बताई जा रही है। इन सब को दूर करने में 3-4 दिन की देरी हो सकती है। वापसी में ड्रैगन कैप्सूल अनडॉकिंग, री-एंट्री और अटलांटिक महासागर में स्प्लैशडाउन होगा। हालांकि, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्ला की वापसी में देरी की पुष्टि नहीं की है।

मिशन की वापसी में देरी के पीछे तीन मुख्य कारण सामने आए हैं-

  • फ्लोरिडा तट पर खराब मौसम
  • अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में एक प्रेशर लीक की जांच
  • वापसी से पहले की जरूरी तकनीकी तैयारियां


अब 14 जुलाई तक शुभांशु शुक्ला की हो सकती है वापसी

इन कारणों से क्रू की वापसी में 3 से 4 दिन की देरी हो सकती है। NASA और Axiom Space दोनों ही संस्थाएं मिशन की सुरक्षा और सफलता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही हैं। ऐसे में सभी निर्णय मौसम और तकनीकी आंकड़ों के आधार पर सावधानीपूर्वक लिए जा रहे हैं। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने संकेत दिया है कि उनकी वापसी 14 जुलाई तक संभव है। ESA ने यह साफ किया है कि  तारीख अभी तय नहीं हुई है और यह ड्रैगन अंतरिक्ष यान के अनडॉकिंग पर निर्भर करती है।

फ्लोरिडा तट का मौसम तारीख को बढ़ा सकता है आगे

Axiom-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी की प्रक्रिया फिलहाल मौसम पर निर्भर करता है। यह क्रू SpaceX के ड्रैगन कैप्सूल ‘ग्रेस’ में लौटेगा, जो फ्लोरिडा तट के पास अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में ‘सॉफ्ट स्प्लैशडाउन’ (पानी में सुरक्षित अवतरण) के जरिए उतरेगा। हालांकि, इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी चुनौती मौसम है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि अगर उस क्षेत्र में तेज हवाएं, भारी बारिश या तूफान जैसी स्थितियां बनी रहती हैं, तो स्प्लैशडाउन जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे में Axiom-4 क्रू की वापसी को 14 जुलाई तक के लिए टाला जा सकता है।

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10 जुलाई को होने वाली थी वापसी

बता दें कि शुभांशु शुक्ला और Axiom-4 क्रू को 10 जुलाई को वापसी यात्रा पर निकलना था, मगर फिलहाल यह टल गया है। शुभांशु शुक्ला ने 25 जून, 2025 को दोपहर 12:01 बजे (IST) SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट से फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अपनी यात्रा शुरू की थी। शुभांशु और उनकी टीम 14 दिनों तक ISS पर कई वैज्ञानिक प्रयोग किए हैं। शुभांशु ISS पर कदम रखने वाले पहले भारतीय और राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 10 July 2025 at 11:16 IST