अपडेटेड 19 November 2023 at 17:47 IST

'मैं हिंदू हूं, हिंदू आस्था मुझे आजादी देती है', अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने क्यों कहा

Vivek Ramaswamy ने कहा कि वो एक हिंदू हैं। उनका मानना है कि ईश्वर सत्य है। ईश्वर ने हमें यहां एक उद्देश्य के लिए भेजा है।

Indian-American Republican presidential aspirant Vivek Ramaswamy (Image: Facebook)
Indian-American Republican presidential aspirant Vivek Ramaswamy (Image: Facebook) | Image: self

अमेरिका में इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां चल रही हैं तो माहौल पूरी तरह गरमाया है। इस चुनाव में भारतीय मूल के नागरिक भी दावेदारी ठोक रहे हैं। इनमें विवेक रामास्वामी भी शामिल हैं। खैर, अभी विवेक रामास्वामी का एक बयान चर्चा में बना हुआ है। उन्होंने कहा है कि उनकी हिंदू आस्था उन्हें स्वतंत्रता देती है और इससे उन्हें व्हाइट हाउस के लिए अपनी दावेदारी शुरू करने की प्रेरणा मिली है।

खबर में आगे पढ़ें:-

  • अमेरिका के चुनावों में हिंदू धर्म की चर्चा
  • विवेक रामास्वामी ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

हिंदू आस्था पर दिया विवेक रामास्वामी ने जवाब

भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी से शनिवार को एक इंटरव्यू में उनकी हिंदू आस्था के बारे में सवाल पूछा गया था। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास ही मुझे आजादी देता है। मेरा विश्वास ही है जो मुझे वास्तव में इस राष्ट्रपति अभियान तक ले गया।

ईश्वर हम सभी में: विवेक रामास्वामी

रामास्वामी ने कहा, 'मैं एक हिंदू हूं। मेरा मानना है कि ईश्वर सत्य है। ईश्वर ने हमें यहां एक उद्देश्य के लिए भेजा है। ईश्वर के उद्देश्य को महसूस करना हमारा कर्तव्य है। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है। हमारे धर्म का मूल यह है कि ईश्वर हम में से सभी में निवास करता है।'

Advertisement

उन्होंने कहा कि वे भगवान के इंस्ट्रूमेंट हैं, जो अलग-अलग तरीकों से हमारे माध्यम से काम करते हैं, लेकिन हम अभी भी बराबर हैं, क्योंकि भगवान हम में से प्रत्येक में निवास करता है। यही मेरी आस्था का मूल है।

यह भी पढ़ें: अमेरिका की राजनीति में मजबूत हुई भारतीयों की पकड़, जो बाइडेन ने शकुंतला एल भाया को दी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

Advertisement

रामास्वामी ने अपनी परवरिश के बारे में बताया

फरवरी में 2024 के राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करने वाले रामास्वामी ने कहा कि यह उनकी परवरिश का ही नतीजा है कि उनमें परिवार, शादी और माता-पिता के प्रति सम्मान विकसित हुआ है।

रामास्वामी ने कहा कि 'मैं एक पारंपरिक घराने में पला-बढ़ा हूं। मेरे माता-पिता ने मुझे सिखाया कि परिवार ही नींव है। अपने माता-पिता का सम्मान करें। शादी पवित्र है। शादी से पहले संयम रखना ही रास्ता है। व्यभिचार गलत है। शादी एक पुरुष और एक महिला के बीच होती है। तलाक केवल कोई प्राथमिकता नहीं है जिसे आप चुनते हैं।'

रामास्वामी ने कहा कि आप भगवान के सामने शादी करते हैं, आप भगवान और अपने परिवार के प्रति वचन लेते हैं।

यह भी पढ़ें: 'आज रात तक पूरा बोर्ड दे इस्तीफा वरना...' OpenAI स्टाफ की धमकी के बाद क्या सैम ऑल्टमैन की होगी वापसी?

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 19 November 2023 at 17:00 IST