अपडेटेड May 9th 2025, 07:33 IST
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच विश्व के कई देश आतंक के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वो आतंकियों के खिलाफ इस कार्रवाई में भारत के साथ खड़ा है। अमेरिका ने पाकिस्तान पर आतंकवादी समूहों को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए भारत की कार्रवाई सही ठहराया है। भारत सेना की पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर पर पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने कहा कि भारत ने कदम उठाने में देरी कर दी, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारतीय सेना सावधानीपूर्वक योजना बना रही है और खुद को सक्षम दिखाया है। वहीं, पाकिस्तान के आर्मी चीफ असमी मुनीर को भी अमेरिका ने बड़ी नसीहत दे डाली।
ऑपरेशन सिंदूर पर, पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट में वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर संघर्ष की शुरुआत की। भारतीय आतंकवाद के लंबे समय से शिकार हो रहे हैं। मैं शुरू में इस बात को कह कर रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देने में इतना समय क्यों लगा दिया, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारतीय सेना करारा जवाब दिया है और खुद को कहीं अधिक सक्षम दिखाया है। पाकिस्तान अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा है।
माइकल रुबिन ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असमी मुनीर को नसीहत देते हुए कहा कि मुनीर को यह समझना चाहिए कि गड्ढा खोदने का पहला नियम यह है कि जब आप गड्ढे में हों, तो खुदाई करना बंद कर दें। इस मुद्दे के कूटनीतिक समाधान को देखने के लिए केवल एक ही पैमाना हो सकता है। पाकिस्तान को संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देश के रूप में नामित किया जाना चाहिए। अमेरिका ने पहले लश्कर-ए-तैयबा जैसे व्यक्तिगत और उसके आतंकवादी समूहों को नामित किया है, लेकिन हमने पाकिस्तान को खुद आतंक का प्रायोजक राज्य नहीं घोषित किया है। अब समय आ गया है पाकिस्तान के खिलाफ भी ठोस कदम उठाया जाए।
पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने आगे कहा किसंयुक्त राज्य अमेरिका को स्पष्ट रूप से भारत का साथ देना चाहिए। किसी भी लोकतांत्रिक देश और उसके नेता का काम अपने नागरिकों की रक्षा करना है। वहीं, हर बार जब पाकिस्तान भ्रष्टाचार, अर्थव्यवस्था, समाज या अपने नेतृत्व के मामले में आंतरिक रूप से विफल होता है, तो वह सरकार की विफलताओं से पाकिस्तानी लोगों का ध्यान हटाने के लिए अपने अल्पसंख्यकों पर बंदूक तानता है। यह एक असफल देश की पहचान हो सकती है। सौभाग्य से भारत में एक ऐसा देश है जिसमें सभी भारतीय फलते-फूलते हैं और अपने मुद्दों पर खुलकर चर्चा करते हैं।
पब्लिश्ड May 9th 2025, 07:13 IST