अपडेटेड 27 May 2025 at 16:48 IST
COVID-19: अमेरिका से आई डराने वाली खबर, कोरोना ने एक सप्ताह में ली 350 लोगों की जान; चपेट में आएगी पूरी दुनिया?
कोरोना के कारण जान गंवाने वाले लोगों में अधिक संख्या बुजुर्गों की है। कोरोना वायरस 70 या 80 की उम्र के लोगों को अधिक संक्रमित करता है। क्योंकि बुजुर्गों की इम्युनिटी कमजोर होती है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Corona Update : धीरे-धीरे ही सही, लेकिन भारत में कोरोना के एक्टिव केस हर रोज बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा एक हजार के पार जा पहुंचा है। इसके अलावा हर देश में कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच अमेरिका से एक परेशान करने वाले जानकारी सामने आई है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, पिछले हफ्ते कोरोना से अमेरिका में 350 लोगों की मौत हुई है।
कोरोना के नए वैरिएंट ने लोगों की चिंता को अधिक बढ़ाया है। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन JN.1, सब वैरिएंट LF.7 और सब वैरिएंट NB.1.8.1 सबसे घातक माने जा रहे हैं। अमेरिका में कोविड-19 के कारण पिछले सप्ताह 350 लोगों की मौत हुई, जो ज्यादातर हाई रिस्क वाले थे। हालांकि यह संख्या जनवरी 2021 में एक सप्ताह में हुई 25,974 मौतों की तुलना में बहुत कम है, लेकिन फिर भी यह चिंता का विषय बना हुआ है।
अपडेट वैक्सीन लेने में गिरावट
कोरोना से अभी भी मौतें हो रही हैं, इसका मतलब यह है कि यह अभी भी फैल रहा है और लोग अभी भी इससे संक्रमित हो रहे हैं। कोविड-19 अब भी उन लोगों के लिए खतरा बना हुआ है जो उच्च जोखिम वाले समूहों में आते हैं, जैसे बुजुर्ग और पहले से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे लोग।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, 2024-25 सीजन में 24 अप्रैल को खत्म हुए सप्ताह तक केवल 23% वयस्कों (18 साल और उससे अधिक उम्र) ने अपडेटेड कोविड-19 वैक्सीन ली थी। इसके अलावा, इसी अवधि में केवल 13% बच्चों ने अपडेटेड वैक्सीन लगवाई। विशेषज्ञों का कहना है कि कम टीकाकरण दर के कारण वायरस के खिलाफ सुरक्षा कम हो रही है, जिससे गंभीर मामलों और मौतों की संख्या बढ़ रही है।
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निशाने पर बुजुर्ग
कोरोना के कारण जान गंवाने वालों में अधिक संख्या बुजुर्गों की है। बुजुर्गों की इम्युनिटी 30 और 40 सला के लोगों की तुलना में कमजोर होती है। कोरोना वायरस 70 या 80 की उम्र के लोगों को अधिक संक्रमित करता है। इसलिए, अमेरिका में 65 साल और उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपडेटेड वैक्सीन की दो खुराकें छह महीने के अंतराल पर लें। अमेरिका में बढ़ते कोरोना केस और मौत की संख्या के पीछे कमजोर इम्यूनिटी और लोगों को पर्याप्त इलाज न मिल पाना है।
उच्च जोखिम वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से अपनी जांच करवाएं, ताकि जल्दी पता लगाया जा सके और किसी भी मौजूदा संक्रमण में सुधार किया जा सके। चीन में NB.1.8.1 वैरिएंट सामने आने के बाद सिंगापुर और हांगकांग में इसके मामले तेजी से सामने आए हैं।
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भारत में भी बढ़ रहे केस
कोविड-19 के मामलों में वृद्धि केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है। एशिया में हांगकांग, सिंगापुर, चीन और थाईलैंड जैसे देशों में भी उछाल देखने को मिला है। सिंगापुर में 3 मई को खत्म हुए सप्ताह में करीब 14,200 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 28% अधिक है। हांगकांग में भी गंभीर मामलों और पॉजिटिव टेस्ट की संख्या में एक साल में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई है।
भारत के भी कुछ राज्यों जैसे केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों ने बढ़ते कोरोना केस को लेकर समीक्षा बैठक भी की है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि कोई घबराने की बात नहीं है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 27 May 2025 at 16:48 IST