अपडेटेड 9 November 2021 at 17:44 IST
दुनिया का सबसे छोटा देश है वेटिकन सिटी, जानें कैसा है यहां का जीवनस्तर
यूरोप महाद्वीप में स्थित वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है। इस देश का क्षेत्रफल केवल 44 हेक्टेयर यानी कि करीब 108 एकड़ है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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यूरोप महाद्वीप (Europe Continent) में स्थित वेटिकन सिटी (Vatican City) दुनिया का सबसे छोटा देश है। इस देश का क्षेत्रफल केवल 44 हेक्टेयर यानी कि करीब 108 एकड़ है। ये देश इटली (Italy) की राजधानी रोम (Rome) शहर में बसे इस देश की आबादी करीब 1000 है। वेटिकन सिटी को देश की मान्यता 1929 में हुई। रोम शहर में बसे इस देश की भाषा लैटिन है।
वेटिकन सिटी की आबादी और क्षेत्रफल दुनिया में सबसे कम है, इसके बावजूद भी इसके पास अन्य देशों की तरह कई सुविधाएं हैं। इस देश की अपनी भाषा भी है, वेटिकन सिटी में लैटिन भाषा बोली जाती है। इसके अलावा इस देश लोग इटालियन भाषा को आसानी से समझ और बोल लेते हैं। इस छोटे से स्थान को देश बनाने की मांग इसलिए उठी, क्योंकि यहां पर रोमन कैथलिक चर्च है। इस धर्म के सबसे धर्मगुरु भी यहीं पर बैठते हैं।
लेखों और विवरणों की माने तो कैथलिक चर्च के पोप को ईसा मसीह का प्रतिनिधि कहा जाता है, इसलिए उनके अनुयायी चाहते थे कि धर्मगुरु किसी के अधीन नहीं रहें, इसी वजह से 1929 में रोमन कैथलिक चर्च और इटली के बीच में एक समझौता हुआ, जिसके बाद इस देश का गठन किया गया।
वेटिकन सिटी
वेटिकन सिटी का क्षेत्रफल भले ही बहुत कम हो, लेकिन यहां पर रेलवे स्टेशन समेत भी है। यहां की अपनी करेंसी भी है, हालांकि यहां पर इटली की करेंसी भी स्वीकार कर ली जाती है, वहीं इटली में भी यहां की करेंसी स्वीकार कर ली जाती है।
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बता दें कि वेटिकन सिटी के पास अपना रेडियो स्टेशन और डाक विभाग भी है, सिर्फ यहीं नहीं वेटिकन सिटी के पास अपना झंडा भी है। वेटिकन सिटी के पास सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी है. इसके साथ वेटिकन सिटी अपने देश की जनता के लिए पासपोर्ट भी जारी करता है।
भारत, अमेरिका समेत अन्य देशों की तरह यहां पर लोकतांत्रिक प्रणाली नहीं है। यानी कि यहां पर चुनाव नहीं होता है, न लोगों का कोई जनप्रतिनिधि होता है। यहां पर कहा जा सकता है कि राजशाही व्यवस्था है, जिसका राजा कैथलिक चर्च का पोप ही होता है। यानी कि यहां की जनता के लिए जो भी निर्णय लिया जाता है वो पोप के द्वारा लिया जाता है।
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वेटिकन सिटी में जीवनस्तर
वेटिकन सिटी का क्षेत्रफल कम होने की वजह से यहां के लोगों को स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए इटली जाना पड़ता है, इसके साथ ही उन्हें यदि किसी बड़े चीज की शॉपिंग भी करनी होती है तो उन्हें रोम जाना पड़ता है, क्योंकि वेटिकन सिटी में ज्यादातार टूरिस्ट प्लेस हैं। यहां के लोगों का प्रमुख आय भी टूरिस्ट से ही है। रिपोर्ट की माने तो यहां की ज्यादातर आबादी बूढ़ी हो चुकी है, यानी कि वेटिकन सिटी में बच्चों और युवाओं की कमी है और आने वाले दिनों में आबादी और कम हो सकती है। क्षेत्रफल होने की वजह से यहां पर खेती भी नहीं की जाती है, इसलिए यहां के नागरिक दूसरे देशों पर खाद्यान्न के लिए निर्भर हैं।
Published By : Ritesh Mishra
पब्लिश्ड 9 November 2021 at 17:44 IST