अपडेटेड 30 July 2025 at 12:18 IST
फिर खुला पाकिस्तान का झूठ, UNSC ने अपनी रिपोर्ट में लिखा- लश्कर की मदद के बिना संभव नहीं था पहलगाम हमला, TRF की भूमिका का भी जिक्र
Pahalgam Attac : TRF पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा है। इसी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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UNSC on Pahalgam Attack : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान के झूठ की पोल फिर खुल गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की प्रतिबंध निगरानी टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहलगाम आतंकवादी हमले की दो बार जिम्मेदारी ली थी। पहलगाम हमला बिना लश्कर-ए-तैयबा (LeT) की मदद के संभव नहीं था।
UNSC के प्रतिबंध निगरानी दल की 36वीं रिपोर्ट मंगलवार को जारी की है। जिसमें 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले का उल्लेख किया गया है, इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध निगरानी टीम ने कहा है कि TRF ने पहलगाम आतंकवादी हमले की दो बार जिम्मेदारी ली थी और घटना स्थल की एक फोटो भी जारी की थी। UNSC ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हमला पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के समर्थन के बिना संभव नहीं था।
UNSC की रिपोर्ट
UNSC में आईएसआईएल (दाएश), अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों की निगरानी करने वाली टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 22 अप्रैल को 5 आतंकियों ने पहलगाम में पर्यटक स्थल पर हमला किया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए। उसी दिन हमले का दावा TRF ने किया, जिसने हमले स्थल की एक फोटो भी जारी की। अगले दिन जिम्मेदारी का दावा दोहराया गया। हालांकि, 26 अप्रैल को, TRF ने अपना दावा वापस ले लिया।
रिपोर्ट में एक सदस्य देश का हवाला देते हुए कहा गया है कि "यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के समर्थन के बिना नहीं हो सकता था, और लश्कर-ए-तैयबा और TRF के बीच संबंध थे। एक अन्य सदस्य देश ने कहा कि यह हमला TRF द्वारा किया गया था, जो लश्कर का हिस्सा है। इसमें यह भी उल्लेख किया गया कि क्षेत्रीय संबंध अभी भी नाजुक बने हुए हैं। इस बात का खतरा है कि आतंकवादी समूह इन क्षेत्रीय तनावों का फायदा उठा सकते हैं।
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गौरतलब है कि अब एक सदस्य देश ने स्पष्ट रूप से कहा है कि TRF वास्तव में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। यह मामला अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के सामने उठाया जाएगा, जहां भारत को TRF के खिलाफ औपचारिक प्रतिबंध लगाने की उम्मीद है। अगर यह सफल रहा, तो यह वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक और सुरक्षा जीत होगी।
आपको बतादें, इस महीने अमेरिका ने TRF को एक नामित विदेशी आतंकवादी संगठन और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया था।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 30 July 2025 at 11:58 IST