अपडेटेड 16 May 2022 at 07:04 IST

फिनलैंड तथा स्वीडन नाटो सदस्य बनने के और करीब पहुंचे

नार्डिक देश फिनलैंड और स्वीडन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देश बनने के और करीब पहुंच गए हैं।

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बर्लिन, 15 मई (एपी) नार्डिक देश फिनलैंड और स्वीडन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देश बनने के और करीब पहुंच गए हैं। यूक्रेन पर जारी रूसी हमले के बीच फिनलैंड की सरकार ने रविवार को नाटो का सदस्य बनने की अपनी चाहत का खुलेआम ऐलान कर दिया। इसके कुछ घंटों बाद स्वीडन की सत्ताधारी पार्टी ने भी नाटो सदस्यता के लिए एक योजना का समर्थन कर दिया।

अपनी सीमा के करीब नाटो के पहुंचने को लेकर रूस का रुख लंबे समय से तल्ख रहा है। ऐसे में ताजा घटनाक्रम से मॉस्को को और गुस्सा आना तय है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शनिवार को पहले ही फिनलैंड के राष्ट्रपति को चेतावनी दे चुके हैं कि संबंध ‘नकारात्मक रूप से प्रभावित’होंगे। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रविवार को बर्लिन में नाटो गठबंधन के 30 सदस्य देशों के शीर्ष राजनयिकों की बैठक के बाद कहा कि फिनलैंड और स्वीडन को सदस्य बनाने की प्रक्रिया बहुत तेज हो सकती है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि यूक्रेन युद्ध जीत सकता है, क्योंकि रूसी सैन्य बढ़त लड़खड़ाती दिख रही है।

स्टोलटेनबर्ग ने कहा, ‘‘यूक्रेन में रूसी हमला मॉस्को की योजना के अनुसार नहीं चल रहा। वे कीव लेने में विफल रहे। वे खारकीव के आसपास से कदम वापस खींच रहे हैं, डोनबास में उनका प्रमुख आक्रमण रुक गया है। रूस अपने रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त नहीं कर पा रहा है।’’ फिनलैंड में राष्ट्रपति सौली निनिस्टो और प्रधानमंत्री सना मारिन ने ऐलान किया कि उनका देश हेल्सिंकी में राष्ट्रपति भवन में एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान नाटो में सदस्यता की मांग करेगा। पहले तटस्थ रहा यह नॉर्डिक देश रूस के साथ एक लंबी सीमा साझा करता है। निनिस्टो ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक दिन है। एक नए युग की शुरुआत है।’’

उम्मीद है कि फिनलैंड की संसद आने वाले दिनों में इस फैसले का समर्थन करेगी। इसके बाद औपचारिक सदस्यता का आवेदन संभवत: अगले हफ्ते के दौरान ब्रसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय को सौंपा जाएगा। सत्ताधारी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा नाटो में शामिल होने के समर्थन के बाद स्वीडन भी नाटो सदस्यता के लिए आवेदन करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ गया है। पार्टी ने एक बयान में कहा, ‘‘आज की बैठक में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी बोर्ड ने फैसला किया है कि पार्टी स्वीडन के लिए नाटो में सदस्यता के लिए आवेदन करने के लिए काम करेगी।’’

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गठबंधन में शामिल होने की योजना पर सोमवार को स्वीडन की संसद में चर्चा की जाएगी और प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन की कैबिनेट इसी दिन बाद में घोषणा करेगी। उधर, मॉस्को की ओर से परिणाम भुगतने के बारे में सख्त चेतावनी के बावजूद जॉर्जिया को नाटो सदस्य बनाने पर फिर से चर्चा की जा रही है। नॉर्डिक नाटो सदस्य नॉर्वे ने कहा कि उसने सदस्यता लेने के फिनलैंड के फैसले का जोरदार स्वागत किया। नॉर्वे के विदेश मंत्री एनिकेन हुइटफेल्ड ने हेल्सिंकी के इस कदम को नॉर्डिक क्षेत्र की रक्षा और सुरक्षा नीतियों के लिए ‘निर्णायक बिंदु’ करार दिया।

हालांकि, नाटो के सदस्य तुर्की ने स्वीडन और फिनलैंड को नाटो में शामिल करने पर चिंता जताई है और आरोप लगाया है कि वे कुर्द उग्रवादियों का समर्थन करते हैं जिन्हें अंकारा आतंकवादी मानता है। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू ने रविवार को बर्लिन में संवाददाताओं से कहा कि फिनलैंड और स्वीडन ने भी तुर्की को रक्षा बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे तुर्की ने ‘अस्वीकार्य’ करार दिया था। तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है कि उनका देश नाटो के विस्तार के खिलाफ है, बल्कि जो देश आतंक का समर्थन करते हैं और ‘‘हमारा विरोध करने वाली नीतियों का पालन करते हैं, उन्हें नाटो सहयोगी नहीं होना चाहिए।’’ स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि तुर्की स्वीडन और फिनलैंड की सदस्यता के खिलाफ नहीं है, लेकिन वह चाहता है कि उसकी चिंताओं को पहले दूर किया जाए।

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Published By : Press Trust of India (भाषा)

पब्लिश्ड 16 May 2022 at 07:04 IST