अपडेटेड 11 March 2024 at 13:12 IST

रूस में फंसे 4 नेपाली नागरिक की भारत से मदद की गुहार, बोले- नेपाल एबेंसी नहीं कर रही मदद आपसे उम्मीद

यूक्रेन युद्ध के बीच रूस में 4 नेपाली लोग फंसे हुए हैं। इन लोगों ने मदद के लिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

यूक्रेन युद्ध के बीच रूस में फंसे 4 नेपाली लोगों की एक अपील वीडियो सामने आई है। वीडियो में वो भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं। हालांकि, इससे पहले 6 भारतीयों ने भी रूस से वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने ये आरोप भी लगा इन नेपाली नागरिकों ने कहा कि नेपाल की एंबेसी की ओर से कोई मदद नहीं मिल पा रही है। इसलिए वो भारत सरकार से सहायता मांग रहे हैं।

वीडियो जारी कर कहा, "हमलोग रूस की सेना में हैं। हमलोग हमारे मुल्क नेपाल से आए थे, लेकिन अब यहां आकर हमें बहुत समस्या हो रही है क्योंकि हमारे एजेंट ने हमें धोखे से यहां भेजा है। हमें रूस सेना में हेल्पर के तौर पर काम करना चाहिए ऐसा बोलकर भेजा था, लेकिन यहां आकर हमें यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में भेजा जा रहा है। इसलिए हमलोग यहां से निकलना चाहते हैं।"

'दो महीने बाद भी नेपाल से नहीं मिली मदद…'

उन्होंने कहा कि हमलोग 30 नेपाली थे, अभी उनमें से सिर्फ 5 लोग यहां पर हैं। हमने नेपाल सरकार और एबेंसी में भी बोला लेकिन बहुत समय लग गया। करीब दो महीने से ज्यादा वक्त हो गया लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली। इसलिए हम अपने पड़ोसी मुल्क भारत से मदद मांगने के लिए बाध्य हो गए। हमारे साथ तीन लोग भारत के थे, लेकिन उनकी सरकार उन्हें लेकर चली गई। इसलिए हमें लगता है कि भारत से मदद मांगेंगे तो मिल जाएगा। हमें भी यहां से जल्दी निकालिए।

7 भारतीयों ने वीडियो जारी कर मांगी थी मदद

इससे पहले रूस में धोखे से फंसाए गए 7 भारतीयों ने भारत सरकार से मदद मांगी थी। सोशल मीडिया पर 7 भारतीयों का एक वीडियो वायरल हुआ, वीडियो में सभी भारतीय मोदी सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं। इनका आरोप है कि ये रूस घूमने के लिए आए थे, लेकिन इन्हें धोखे से रूसी आर्मी में भर्ती किया गया। ताकि यूक्रेन के खिलाफ ये युद्ध लड़ सकें।

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वीडियो में अपील कर रहे शख्स ने कहा कि वे नए साल पर अपने साथियों के साथ रूस घूमने के लिए आए थे। इस दौरान उन्हें एक रूसी एजेंट मिला, जिसने उन्हें कई जगहों पर घुमाया। इसके बाद एजेंट ने कहा कि वो बेलारूस ले जाएगा। उन लोगों को नहीं पता था कि बेलारूस घूमने के लिए वीजा लगता है। फिर एजेंट उनसे पैसे मांगने लगा। सभी लोगों ने जितने पैसे थे, एजेंट को दे दिए। इसके बाद बाकी पैसे न देने पर एजेंट ने उन भारतीयों को हाईवे पर ही छोड़ दिया। यहां उन्हें पुलिस ने पकड़कर रूस की आर्मी को दे दिया।

रूसी आर्मी ने जबरदस्ती साइन लेकर दी युद्ध की ट्रेनिंग

रूस की आर्मी ने इन लोगों को धमकी दी कि सभी लोग जॉब करने को लेकर एक कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लें, नहीं तो उन्हें कम से कम 10 साल की सजा होगी। सेना के लोगों ने सभी से हस्ताक्षर करवा कर ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। तब जाकर भारतीयों को पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ। वीडियो वाले शख्स का नाम गगनदीप है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 11 March 2024 at 11:43 IST