अपडेटेड 18 March 2025 at 19:03 IST

Israel-Gaza War: इजरायल ने फिर बरपाया गाजा पर कहर, हवाई हमलों में 400 से ज्यादा लोगों की मौत, हमास के साथ संघर्षविराम टूटा

अचानक किए गए हमले की वजह से जनवरी से लागू संघर्षविराम टूट गया और 17 महीने से जारी युद्ध के फिर से शुरू होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

Israel Strike
Israel Strike | Image: AP

Israel-Gaza war: इजराइल ने मंगलवार सुबह गाजा पट्टी क्षेत्र में हवाई हमले किए, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 404 फलस्तीनी मारे गए। यह जानकारी अस्पताल के अधिकारियों ने दी।

अचानक किये गए इस हमले की वजह से जनवरी से लागू संघर्षविराम टूट गया तथा 17 महीने से जारी युद्ध के फिर से शुरू होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

PM नेतन्याहू ने दिया हमले का आदेश

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्षविराम समझौते में बदलाव की इजराइली मांग को हमास द्वारा अस्वीकार किये जाने के बाद हमले का आदेश दिया। अधिकारियों ने कहा कि हमले का दायरा बढ़ने की संभावना है। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा कि हमला करने से पहले उससे सलाह ली गई है और उसने इजराइल के फैसले का समर्थन किया। 

इजराइली सेना ने लोगों को पूर्वी गाजा छोड़ने और मध्य की ओर बढ़ने का आदेश दिया, जिससे संकेत मिलते हैं कि इजराइल जल्द ही नये सिरे से जमीनी स्तर पर सैन्य अभियान शुरू कर सकता है। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, ‘‘इजराइल अब सैन्य ताकत बढ़ाकर हमास के खिलाफ कार्रवाई करेगा।’’ 

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रमजान के महीने के दौरान हुए इस हमले से वह युद्ध फिर से शुरू हो सकता है, जिसमें पहले ही हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा में व्यापक तबाही हुई है। साथ ही, इससे हमास द्वारा बंधक बनाए गए लगभग दो दर्जन इजराइली बंधकों की स्थिति को लेकर भी सवाल उठते हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अभी भी जीवित हैं। हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नेतन्याहू का युद्ध फिर से शुरू करने का फैसला शेष बंधकों के लिए "मौत की सजा" के बराबर है।

इज़्ज़त अल-रिशेक ने नेतन्याहू पर अपने गठबंधन को बचाने के लिए हमले शुरू करने का आरोप लगाया और मध्यस्थों से कहा कि वे इस तथ्य का खुलासा करें कि संघर्षविराम किसने तोड़ा। हमास ने कहा कि मंगलवार के हमलों में कम से कम चार वरिष्ठ अधिकारी मारे गए। बमबारी के कई घंटे बाद भी हमास द्वारा किसी हमले की कोई सूचना नहीं आयी, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसे अभी भी संघर्षविराम बहाल होने की उम्मीद है।

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नेतन्याहू पर क्यों बढ़ रहा दबाव?

ये हमले ऐसे समय में किए गए हैं जब नेतन्याहू पर इजराइल में दबाव बढ़ रहा है, बंधक संकट से निपटने के उनके तरीके और इजराइल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख को बर्खास्त करने के उनके फैसले को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। हमलों के बाद, लंबे समय से जारी भ्रष्टाचार के मुकदमे में उनकी हालिया गवाही रद्द कर दी गई।

बंधकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्य समूह ने सरकार पर संघर्षविराम से पीछे हटने का आरोप लगाया और कहा कि उसने ‘‘बंधकों के मुद्दे को छोड़ने का विकल्प चुना।’’ बंधकों और लापता परिवारों के संगठन ने एक बयान में कहा, "हम अपने प्रियजनों को हमास की भयानक कैद से वापस लाने की प्रक्रिया को जानबूझकर खत्म करने से हैरान, क्रोधित और भयभीत हैं।’’

गाजा के अस्पतालों में घायलों का लगा तांता

शव यूरोपियन अस्पताल में लाये गए। यूरोपियन अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी शहर राफा में एक मकान पर हुए हमले में एक परिवार के 17 सदस्यों की मौत हो गई, जिसमें कम से कम 12 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मृतकों में पांच बच्चे, उनके माता-पिता और एक अन्य व्यक्ति और उसके तीन बच्चे शामिल हैं।

दक्षिणी शहर खान यूनिस में, ‘एसोसिएटेड प्रेस’ के संवाददाताओं ने विस्फोट की आवाज सुनी और धुएं के गुबार देखे। घायल लोगों को एंबुलेंस से नासर अस्पताल लाया गया, जहां मरीज फर्श पर पड़े थे, कुछ दर्द से कराह रहे थे।

कई फलस्तीनियों ने कहा कि उन्हें युद्ध के फिर से शुरू होने की आशंका थी, जब संघर्षविराम के दूसरे चरण पर बातचीत फरवरी की शुरुआत में तय समय पर शुरू नहीं हो सकी। इसके बजाय, इजराइल ने एक वैकल्पिक प्रस्ताव अपनाया और हमास पर इसे स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए क्षेत्र के 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन और अन्य सहायता के सभी आपूर्ति रोक दी। फलस्तीनी निदाल अलज़ानिन ने गाजा शहर से फोन पर बताया, "कोई भी लड़ना नहीं चाहता।’’

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का आया बयान

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमलों में कम से कम 404 लोग मारे गए और 560 से अधिक घायल हुए। मंगलवार को पहले उसने यह कहा था कि 413 लोग मारे गए और 660 घायल हुए। हालांकि, उसने मृतकों और घायलों की संख्या को संशोधित किया। बचावकर्मी अभी भी मलबे में मृतकों और घायलों की तलाश कर रहे हैं, जबकि हमले जारी हैं। 

अमेरिका ने इजराइल का समर्थन किया और हमास को दोषी ठहराया। व्हाइट हाउस ने नये सिरे से युद्ध छिड़ने के लिए हमास को दोषी ठहराया। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने कहा कि आतंकवादी समूह "संघर्षविराम को विस्तारित करने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था, लेकिन इसके बजाय उसने इनकार करने और युद्ध का विकल्प चुना।’’ 

एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि इजराइल हमास की सेना, नेताओं और बुनियादी ढांचे पर हमला कर रहा है और हवाई हमलों से परे सैन्य अभियान का विस्तार करने की योजना बना रहा है। अधिकारी ने हमास पर नये हमलों की योजना बनाने का आरोप लगाया। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजराइली नेता ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा परामर्श किया। इसने और विवरण नहीं दिया।

संघर्षविराम के दूसरे चरण पर बातचीत रुक गई थी। युद्ध को रोकने के लिए संघर्षविराम होने के दो महीने बाद हमले किए गए। छह सप्ताह से अधिक समय में, हमास ने संघर्षविराम के पहले चरण में लगभग 2,000 फलस्तीनी कैदियों के बदले में 25 इजराइली बंधकों को रिहा किया और आठ अन्य के शव सौंपे।

59 बंधकों की रिहाई अब भी बाकी

हालांकि, दो सप्ताह पहले संघर्षविराम समाप्त होने के बाद से, दोनों पक्ष दूसरे चरण के लिए आगे बढ़ने के तरीके पर सहमत नहीं हो पाए, जिसका उद्देश्य शेष 59 बंधकों को रिहाई कराना है। हमास ने शेष बंधकों की रिहाई के बदले में युद्ध को समाप्त करने और इजराइली सैनिकों की पूरी तरह से वापसी की मांग की है। वहीं, इजराइल का कहना है कि जब तक वह हमास की शासन और सैन्य क्षमताओं को नष्ट नहीं कर देता और सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लेता, वह युद्ध समाप्त नहीं करेगा।

नेतन्याहू के कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि हमास ने "हमारे बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार किया है और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और मध्यस्थों से प्राप्त सभी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया है।’’

इजराइल चाहता है कि हमास स्थायी संघर्षविराम के लिए बातचीत करने के वादे के बदले में शेष बंधकों में से आधे को रिहा करे। वहीं, हमास दोनों पक्षों द्वारा किए गए संघर्षविराम समझौते का पालन चाहता है, जिसमें संघर्षविराम के अधिक कठिन एवं दूसरे चरण पर बातचीत शुरू करने की बात कही गई है। इसमें शेष बंधकों को रिहा किया जाएगा और इजराइली सेना गाजा से वापस चली जाएगी। युद्ध फिर से शुरू होने से नेतन्याहू के गठबंधन को भी मजबूती मिलेगी, जो धुर दक्षिणमंथी सांसदों पर निर्भर है।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 18 March 2025 at 19:03 IST