अपडेटेड 25 October 2024 at 19:43 IST
'ट्रूडो को चाहिए खालिस्तानियों का साथ, चुनाव के लिए हो रहा सब',कनाडा PM पर भड़के कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि भारत-कनाडा के खराब रिश्तों के लिए जस्टिन ट्रूडो जिम्मेदार हैं। वह खालिस्तानियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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India-Canada Row: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की बचकानी हरकतों की वजह से भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई है। भारत ने अपने उच्चायुक्त को भी वापस बुला लिया है। कनाडा के व्यवहार को अत्यंत घटिया बताते हुए वहां से वापस बुलाए गए भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा ने कहा कि कनाडा ने भारत की पीठ में छुरा घोंपा और सबसे अधिक गैर-पेशेवर रवैया अपनाया। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि भारत-कनाडा के खराब रिश्तों के लिए जस्टिन ट्रूडो जिम्मेदार हैं और वह खालिस्तानियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कई सवाल खड़े किए और कनाडाई पीएम पर कई आरोप भी लगाए। भारत-कनाडा विवाद पर पंजाब के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'भारत, कनाडा से सबूत मांग रहा है. लेकिन यह कहना कि कोई सबूत नहीं है लेकिन उन्होंने ऐसा किया है, यह किस तरह की व्यवस्था है? हर कोई इस पर हंसेगा... कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानियों को अपने समर्थन में इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक राजनीतिक मुद्दा है। इससे पाकिस्तान को फायदा होगा क्योंकि अगर हम किसी भी देश से लड़ेंगे तो वे खुश होंगे।'
'चुनाव में चाहिए खालिस्तानियों के वोट'
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 'पीएम ट्रूडो ने दोनों देशों के बीच संबंधों को बर्बाद कर दिया है। ये सबके करके वो सिर्फ अपने चुनाव में खालिस्तानियों के वोट पाना चाहते हैं। वह चुनाव खत्म होने तक स्थिति को सामान्य नहीं होंगे देंगे। वह तब तक नहीं जीत सकते जब तक खालिस्तानियों का समर्थन नहीं लेते।' अमरिंदर सिंह ने कहा कि कनाडा का आम आदमी कोई परेशानी चाहता, उन्हें शांति चाहिए।
कनाडा में कितने खालिस्तानी?
कनाडा से वापस बुलाए गए भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि खालिस्तान समर्थक मानव तस्करी और हथियार तस्करी जैसी अनेक गतिविधियों में लिप्त हैं। इस सबके बावजूद कनाडा के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी हैं क्योंकि ऐसे कट्टरपंथी स्थानीय नेताओं के लिए वोट बैंक होते हैं। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत घटिया बात है। यह द्विपक्षीय संबंधों के प्रति सबसे ज्यादा गैर-पेशेवर रवैया है। वर्मा ने कहा कि कनाडा में कट्टरपंथी खालिस्तानियों की संख्या महज करीब 10,000 है और करीब 8 लाख की सिख आबादी में उनके समर्थकों की संख्या एक लाख के आसपास है।
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परमाणु विज्ञानी हैं संजय वर्मा
कनाडा ने अपने नागरिक और भारत द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी घोषित किए गए हरदीप सिंह निज्जर की जून 2023 में हत्या के मामले में कहा था कि वर्मा इस मामले में जांच के तहत निगरानी की श्रेणी में हैं। इस मामले में कनाडा आगे कोई कार्रवाई करता, उससे पहले भारत ने संजय वर्मा और पांच अन्य राजनयिकों को वहां से वापस बुला लिया। संजय वर्मा ने IIT से स्नातक किया है और वह एक परमाणु विज्ञानी हैं। वह जापान और सूडान में भारत के राजदूत रह चुके हैं। उनका राजनयिक कॅरियर करीब 36 साल लंबा है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 25 October 2024 at 19:16 IST