अपडेटेड 31 July 2024 at 14:44 IST
इजरायल ने आखिरकार 7 अक्टूबर 2023 को हुए कायरतापूर्ण हमले का हमास से बदला ले ही लिया है। इतिहास के पन्नों को पलटें तो कहा जा सकता है कि इजरायल अपने दुश्मनों को ना तो खुद भूलता है ना ही उन्हें भूलने देता है। इजरायल ने ईरान में घुसकर हमास के चीफ इस्माइल हानिया को मौत के घाट उतार दिया। बता दें, 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कसम खाई थी कि हमास को जबतक मिटा नहीं देते तब तक रूकेंगे नहीं।
हमास का चीफ इस्माइल हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान पहुंचा था। आखिरी बार तेहरान में उसे ईरान के राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में देखा गया। इसके बाद उसकी हत्या की खबर सामने आई।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हमास का टॉप लीडर इस्माइल हानिया ईरान में आईआरजीसी गेस्ट हाउस में रह रहा था। इस दौरान उसके बेडरूम पर मिसाइल से हमला किया गया और हत्या कर दी गई।
हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर फुआद शुकर की लेबनान की राजधानी बेरूत में इजरायली हवाई हमले में हत्या कर दी गई। IRGC के हवाले से फार्स मीडिया ने जानकारी दी है कि हमास नेता इस्माइल हनीया की उत्तरी तेहरान स्थित उनके आवास पर स्थानीय समयानुसार सुबह दो बजे "एयर स्ट्राइक" से मौत हो गई।
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने हमास नेता की हत्या का बदला लेने की कसम खाते हुए कहा, "ईरान अपने क्षेत्र की अखंडता और सम्मान की रक्षा करेगा और आतंकियों को उनके कायरतापूर्ण कार्यों पर पछतावा कराएगा। ईरान अपने दुख और खुशी के साथी, फिलिस्तीनी प्रतिरोध के नेता, यरुशलम के शहीद, इस्माइल हानीया के निधन पर शोक व्यक्त करता है।"
हानिया की हत्या पर हिजबुल्लाह की ओर से जारी बयान में कहा गया, "हानिया हमारे समय के महान प्रतिरोध नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने अमेरिकी आधिपत्य परियोजना और जायोनी कब्जे का साहसपूर्वक सामना किया। कमांडर हानिया की शहादत से मुजाहिदीन प्रतिरोध सेनानियों के सभी क्षेत्रों में जिहाद के मार्ग पर चलने के दृढ़ संकल्प और जिद में बढ़ोतरी होगी और जायोनी (यहूदी) दुश्मन का सामना करने में उनका संकल्प और मजबूत होगा।"
हिजबुल्लाह के बयान में आगे कहा गया कि हम हमास आंदोलन में अपने प्यारे भाइयों के साथ इस महान नेता की मृत्यु पर होने वाले दर्द, दुश्मन के अपराधों पर गुस्से, इस बात पर गर्व की भावना कि हमारे आंदोलन के नेता अपने लोगों और अपने मुजाहिदीन को शहादत की ओर ले जा रहे हैं, और अपने वफादार मुजाहिदीन सेवकों की जीत के दिव्य वादे में विश्वास की भावना साझा करते हैं।
पब्लिश्ड 31 July 2024 at 14:42 IST