अपडेटेड 3 April 2025 at 17:30 IST
रक्षा, सुरक्षा, आतंकवाद, अंतरिक्ष... PM मोदी और थाईलैंड की पीएम की द्विपक्षीय वार्ता, इन अहम मुद्दों पर हुई चर्चा
पीएम मोदी ने बताया कि थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा के साथ हुई बातचीत भारत-थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के तरीकों पर केंद्रित थी।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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PM Modi in Bangkok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिवसीय दौरे पर गुरुवार (3 अप्रैल) को थाईलैंड पहुंचे। इस दौरान भारत और थाईलैंड के बीच MoUs का आदान-प्रदान हुआ। पीएम मोदी ने बताया कि थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा के साथ हुई बातचीत भारत-थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के तरीकों पर केंद्रित थी।
अपनी थाइलैंड यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। सबसे पहले पीएम मोदी ने उनके गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही 28 मार्च को भूकंप में हुई जनहानि के लिए संवेदनाएं प्रकट की और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं।
द्विपक्षीय सहयोग के लिए कई संभावनाएं- PM मोदी
पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर ट्वीट कर लिखा- 'कुछ समय पहले बैंकॉक में प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए थाईलैंड की जनता और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया और कुछ दिन पहले आए भूकंप के बाद थाईलैंड की जनता के साथ एकजुटता भी व्यक्त की। भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ और थाईलैंड की ‘एक्ट वेस्ट पॉलिसी’ एक दूसरे के पूरक हैं और द्विपक्षीय सहयोग के लिए कई संभावनाएं खोलती हैं।'
किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
उन्होंने ट्वीट में लिखा- 'भारत और थाईलैंड आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा और मैंने कृषि, एमएसएमई, शिपिंग, फिनटेक और अंतरिक्ष में हमारे देशों के साथ मिलकर काम करने के बारे में बात की। बातचीत में सांस्कृतिक संबंधों पर भी प्रमुखता से चर्चा हुई।'
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प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा- 'हमारी बातचीत भारत-थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के तरीकों पर केंद्रित थी। हमने जिन क्षेत्रों पर चर्चा की, उनमें रक्षा, सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और हाइड्रोग्राफी जैसे रणनीतिक क्षेत्र शामिल हैं। हमने आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग और अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।'
'हम विस्तारवाद नहीं, विकासवाद की नीति में विश्वास रखते हैं'
उन्होंने कहा कि भारत आसियान एकता और आसियान केंद्रीयता का पूर्ण समर्थन करता है। इंडो-पैसिफिक में, फ्री, ओपन, नियम-आधारित व्यवस्था का हम दोनों समर्थन करते हैं। हम विस्तारवाद नहीं, विकासवाद की नीति में विश्वास रखते हैं। पीएम मोदी ने उनकी यात्रा के उपलक्ष्य में 18वीं शताब्दी रामायण म्यूरल पेंटिंग पर आधारित एक विशेष डाक टिकट जारी करने पर थाईलैंड सरकार का आभार जताया। उन्होंने यह भी बताया कि पीएम शिनावात्रा ने उन्हें तिपिटक की भेंट की है।
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सुरक्षा एजेंसियों के बीच भी हुई चर्चा
उन्होंने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट’ पॉलिसी और हमारे इंडो-पैसिफिक विजन में थाईलैंड का विशेष स्थान है। आज हमने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारियां का रूप देने का निर्णय लिया है। सुरक्षा एजेंसियों के बीच ‘‘रणनीतिक वार्ता’ स्थापित करने पर भी चर्चा की। साइबर क्राइम के शिकार भारतीयों को वापस भारत भेजने में थाईलैंड सरकार से मिले सहयोग के लिए हमने थाईलैंड सरकार का आभार प्रकट किया।"
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में लेंगे भाग
बता दें कि PM मोदी की ये तीसरी थाईलैंड की यात्रा है। वह कल यानी शुक्रवार (4 अप्रैल) को आयोजित 6वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा थाईलैंड के राजा महा वजीरालोंगकोर्न से भी मिलेंगे। थाईलैंड के बाद 4 से 6 अप्रैल तक पीएम मोदी श्रीलंका के दौरे पर रहेंगे।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 3 April 2025 at 17:30 IST