अपडेटेड 28 April 2025 at 10:06 IST

2 दिन बाद भी धधक रहा ईरान का सबसे बड़ा शाहिद राजाई पोर्ट, अब तक 40 लोगों की मौत, सांसद ने इजरायल पर लगाया आरोप

2 दिनों से धधक रहे शाहिद राजाई पोर्ट पर विस्फोट के कारणों का पता नहीं चल पाया है। सांसद मोहम्मज सिराज ने विस्फोट के पीछे इजरायल का हाथ होने का दावा किया है।

Iran Bandar Abbas Port Blast
Iran Bandar Abbas Port Blast | Image: AP

Iran Port Blast: ईरान का सबसे बड़ा बंदरगाह बंदर अब्बास का शाहिद राजाई पोर्ट पिछले दो दिनों से धधक रहा है। इस भीषण हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 40 तक पहुंच गया है। जबकि घायलों की संख्या एक हजार के पार जा पहुंची है। धमाके के दो दिन बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया है।

ये विस्फोट इतना भीषण था कि ईरान का अग्निशमन विभाग अपनी पूरी ताकत के साथ पिछले दो दिनों से आग पर काबू पाने में जुटा है, लेकिन आग आसपास के कंटेनरों तक फैल गई और पोर्ट अभी तक धधक रहा है। आग पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली गई है। विस्फोट में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।

इजरायल पर आरोप

ईरान में किसी ने भी अभी तक सीधे तौर पर यह नहीं कहा कि ये विस्फोट किसी हमले की वजह से हुआ है। ईरान के अधिकारियों ने बंदरगाह पर विस्फोट के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया है। इसी बीच ईरानी सांसद मोहम्मज सिराज ने विस्फोट के पीछे इजरायल का हाथ होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि ये विस्फोट एक साजिश के तहत कराया गया है।  

50 किलोमीटर तक सुनाई दी आवाज 

ईरानी सरकारी टेलीविजन ने शुरुआती जांच के हवाले से दावा किया था कि घटनास्थल पर ज्वलनशील पदार्थों के भंडारण में लापरवाही बरती गई है। शनिवार को ये विस्फोट राजाई बंदरगाह पर कंटेनरों में हुआ था। यहां ट्रांसपोर्ट कंटेनर्स को रखा जाता है, इसमें ऑयल और अन्य पेट्रोकेमिकल फैसिलिटी भी है। ये धमाका इतना खतरनाक था कि करीब 50 किलोमीटर तक विस्फोट की आवाज सुनाई दी। कई किलोमीटर तक लोगों को लगा कि भूकंप आ गया है और इमारतों में लगे कांच तक टूट गए। ये धमाका क्यों हुआ, फिलहाल इसकी जांच की जा रही है।

Advertisement

ये भी पढ़ेंः Washington DC: पहलगाम हमले के मृतकों की याद में भारतीय प्रवासी समुदाय का शांतिपूर्ण प्रदर्शन, कहा- हिंदुओं पर हमला बंद करो

Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 28 April 2025 at 10:01 IST