अपडेटेड 30 May 2025 at 21:45 IST
भारत की तरफ से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की गई। इस दौरान पाकिस्तान ने भारत के मिसाइलों को नष्ट करने की कोशिश तो की लेकिन वो नाकाम हो गया। पाकिस्तान ने हमले में चीन का हथियार इस्तेमाल किया, जो फुस्स कर गई। ऐसे में चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता से इसे लेकर सवाल किया गया।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शियाओगांग से प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से इस्तेमाल किए गए चीनी हथियारों की प्रभावशीलता के बारे में सवाल पूछा गया। इसके साथ ही चीनी प्रवक्ता ने भारत की तरफ से जो चीनी निर्मित हवा से हवा में ही मार करने वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया गया, इसपर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी। हालांकि, जब उनसे ये सवाल किया गया तो पहले तो चीनी प्रवक्ता इधर-उधर देखने लगे, और फिर सुनिए क्या जवाब दिया।
गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बोलते हुए झांग शियाओगांग ने हथियारों की प्रभावशीलता के बारे में चिंताओं को सीधे संबोधित नहीं किया और कहा, "पाकिस्तान को चीन की वायु रक्षा और उपग्रह प्रणालियों से सहायता मिली, लेकिन इन प्रणालियों का प्रदर्शन औसत से कम था।" उन्होंने कहा कि चीन क्षेत्र में शांति का समर्थन करता है और स्थिरता बनाए रखने में रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है।
मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में कि क्या भारत ने संघर्ष के दौरान शक्तिशाली पीएल-15ई दृश्य-सीमा से परे हवा में मार करने वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया था, और क्या इससे संबंधित सैन्य प्रौद्योगिकी की रिवर्स इंजीनियरिंग हो सकती है? इसपर झांग ने कहा कि संबंधित मिसाइल एक निर्यातित उपकरण है, जिसे कई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनियों में प्रदर्शित किया गया है।
पब्लिश्ड 30 May 2025 at 19:01 IST