अपडेटेड 23 October 2024 at 23:38 IST
चीन और भारत को सद्भावनापूर्वक रहने के लिए 'सही और उज्ज्वल रास्ता' खोजना चाहिए: जिनपिंग
चीनी समाचार एजेंसी ने दावा किया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि विशिष्ट असहमतियों से समग्र संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बुधवार को कहा कि चीन और भारत को एक-दूसरे के प्रति ठोस रणनीतिक धारणा बनाए रखनी चाहिए और बड़े पड़ोसी देशों को सद्भावनापूर्वक रहने और साथ-साथ विकास करने के लिए 'सही और उज्ज्वल मार्ग' खोजने के वास्ते मिलकर काम करना चाहिए। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अपनी खबर में यह जानकार दी। खबर के मुताबिक, रूसी शहर कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बैठक में चिनफिंग ने कहा कि चीन-भारत संबंध मूलतः इस बात को लेकर हैं कि 1.4 अरब की आबादी वाले दो बड़े विकासशील और पड़ोसी देश एक-दूसरे के साथ कैसा व्यवहार करते हैं।
उन्होंने कहा कि विकास अब चीन और भारत का सबसे बड़ा साझा लक्ष्य है। चिनफिंग ने कहा कि दोनों पक्षों को अपनी महत्वपूर्ण सहमतियों को कायम रखना चाहिए, जिसमें यह भी शामिल है कि चीन और भारत एक दूसरे के लिए खतरा नहीं बल्कि विकास के अवसर हैं, तथा प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि सहयोगी हैं।
समाचार एजेंसी के अनुसार, चिनफिंग ने चीन और भारत से आग्रह किया कि वे 'एक दूसरे के प्रति सुदृढ़ रणनीतिक धारणा बनाए रखें, तथा दोनों बड़े पड़ोसी देश सद्भावनापूर्वक रहने और साथ-साथ विकास करने के वास्ते सही और उज्ज्वल मार्ग खोजने के उद्देश्य से मिलकर काम करें।' यह पांच वर्षों में दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक थी।
चीनी समाचार एजेंसी ने दावा किया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि विशिष्ट असहमतियों से समग्र संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा। दोनों नेताओं का मानना है कि उनकी मुलाकात रचनात्मक है और इसका बहुत महत्व है।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 23 October 2024 at 23:38 IST