अपडेटेड 13 February 2025 at 16:49 IST
Bride Market: वो बाजार जहां बिकती है दुल्हनें! यहां बेटियों की लगती है बोली, मोल-भाव कर ले जाते हैं लड़के
जो परिवार बेटी की शादियां करने में सक्षम नहीं होते, वो बेटी की शादी के लिए इस मंडी में आते हैं। आर्थिक संकट खत्म हुआ तो शायद इन लड़कियों की जिंदगी बेहतर हो जाए।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
- 3 min read

Bride Market: भारत में जहां सरकार महिलाओं के जीवन को सरल बनाने के लिए हर साल हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है, महिला विरोध अपराध को खत्म करने के लिए सख्त और नए कानून बनाने की दिशा में आगे कड़े कदम उठा रही है। वहीं, यूरोप का एक देश ऐसा भी है जहां दुल्हनों की मंडी यानी बाजार लगता है।
दुनिया के कुछ हिस्सों में, विशेषकर दक्षिण-पूर्वी यूरोप के कुछ समुदायों में ऐसी परंपराएं हैं, जहां शादी के लिए विशेष मेलों का आयोजन किया जाता है। इन मेलों में परिवार खुद अपनी बेटियों को लेकर आते हैं। यहां आज भी दुल्हन खरीदी और बेची जाती हैं। यहां बाजार में लोग दुल्हन को न सिर्फ पसंद करते हैं बल्कि उसे खरीद कर भी ले आते हैं।
कहां लगता है दुल्हनों का बाजार?
दुल्हनों का ये बाजार यूरोप के देश बुल्गारिया में सजता है। बुल्गारिया में एक स्तारा जागोर नाम की जगह है, जहां मर्द अपनी पसंद की दुल्हन के लिए उसका मोल-भाव करते हैं। इस बाजार में लड़कियों को बेचने के लिए खुद उसके मां-बाप लेकर आते हैं। अपनी बेटी का उचित दाम मिलने पर परिजन उसे लड़के के हवाले कर देते हैं। इसके बाद लड़का उस अपने घर लेजाकर पत्नी का दर्जा देता है।
किन लड़कियों के मिलते हैं ज्यादा पैसे ?
स्तारा जागोर में सजने वाले इस बाजार में बिकने वाली लड़कियों की कीमत अलग-अलग होती है। सबसे अधिक मांग और कीमत उस लड़की की होती है, जिसने पहले किसी मर्द से संबंध नहीं बनाया हो। हालांकि, इस अब यहां कुछ नियम भी निर्धारित कर दिए गए हैं।
Advertisement
सज-धजकर आती हैं लड़कियां
इस बाजार में कलाइदझी (Kalaidzhi) समुदाय के लोग अपनी बेटी बेचते हैं और खरीदने वाले भी इसी समुदाय के होने चाहिए। बुल्गारिया के कलाइदझी समुदाय में यह अब एक परंपरा सी बन गई है। इस मेले में युवा लड़कियां पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर आती हैं और परिवार उनके लिए उपयुक्त वर की खोज करते हैं। हालांकि, इसे 'दुल्हन बाजार' कहा जाता है, लेकिन यह वास्तव में एक सामाजिक आयोजन है।
आधुनिक समाज में इस तरह की परंपराओं की आलोचना होती है, लेकिन कलाइदझी समुदाय इस परंपरा को अपनी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा मानता है। अब समय के साथ इस परंपरा में भी बदलाव आ रहे हैं और नई पीढ़ी के लोग इससे बचने लगे हैं। इस बाजार में आर्थिक रूप से मजबूत परिवार अपनी बेटी को नहीं बेच सकते। इस बाजार में खरीदी गई लड़की को बहू का दर्जा देना जरुरी है।
Advertisement
क्यों लग रही बेटियों की बोली?
बुल्गारिया के इस बाजर में लड़कियों को बेचने की वजह जिस्म फरोशी नहीं, बल्कि आर्थिक मजबूरी है। दुल्हनों के इस बाजार में गरीब घर की लड़कियां शामिल होती हैं। जो परिवार अपनी बेटी की शादियां करने में सक्षम नहीं होते या जिनके लिए गरीबी एक अभिशाप बन जाती है, ऐसे परिवार अपनी बेटी की शादी के लिए इस मंडी में लेकर आते हैं। ये प्रथा बुल्गारिया में सालों से चली आ रही है। आर्थिक संकट खत्म हुआ तो शायद इन लड़कियों की जिंदगी भी बेहतर हो सकती है और उन्हें भी अपनी पसंद का जीवन साथी चुनने का मौका मिल सकता है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 13 February 2025 at 16:36 IST