अपडेटेड 7 August 2024 at 08:16 IST
बांग्लादेश के स्टूडेंट्स की मांग पूरी, नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस बनाए गए अंतरिम सरकार के प्रमुख
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन होने वाला है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को देश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Bangladesh Interim Govt: बांग्लादेश में जारी हिंसा और सियासी उठापटक के बीच अंतरिम सरकार का गठन होने वाला है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया है। देश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन संग हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया।
प्रेस सचिव मोहम्मद जैनुल आब्दीन ने बताया कि यह फैसला राष्ट्रपति शहाबुद्दीन और ‘भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन’ के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई बैठक में लिया गया। बैठक में तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख भी मौजूद रहे। चार घंटे चली बैठक के बाद राष्ट्रपति ने डॉ. यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया।
प्रेस सचिव ने आगे बताया कि अंतरिम सरकार के बाकी सदस्यों के नाम अन्य राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद तय किए जाएंगे।
नोबेल पुरस्कार विजेता हैं मोहम्मद युनूस
मोहम्मद युनूस बांग्लादेश से मशहूर अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। यूनुस को 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। इसके अलावा मोहम्मद युनूस को ग्रामीण बैंक के संस्थापक के तौर पर भी जाना जाता है। इसके अलावा यूनुस को शेख हसीना का कटु आलोचक और विरोधी माना जाता है।
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मोहम्मद यूनुस को गरीबों का मसीहा भी कहते हैं। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश में माइक्रो क्रेडिट यानी गरीबों को बिना जमानत के छोटे-छोटे लोन देने की शुरुआत की। इसके जरिए उन्होंने नीचे से आर्थिक और सामाजिक विकास बनाने के प्रयास किए, इसलिए ही उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
चटगांव में हुआ जन्म, यहां से की पढ़ाई
28 जून 1940 को मोहम्मद युनूस का जन्म पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) के चटगांव में हुआ। ढाका यूनिवर्सिटी में उन्होंने इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की। चटगांव यूनिवर्सिटी में उन्होंने इकोनॉमिक्स पढ़ाया। फिर उन्हें अमेरिका की फुलब्राइट स्कॉलरशिप मिल गई। अमेरिका की यूनिवर्सिटी में उन्होंने 1965 से 1972 तक पढ़ाई और इस दौरान टीचिंग भी की।
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साल 1969 में वह इकोनॉमिक्स में PHD की उपाधि हासिल कर चुके हैं। इसके बाद वह चटगांव लौटे, यहां यूनिवर्सिटी में उन्हें इकोनॉमिक्स डिपार्टमेंट का हेड बना दिया गया।
साल 2007 में उन्होंने अपनी एक राजनीतिक पार्टी बनाई, जिसका नाम नागरिक शक्ति हैं। बताया जाता है कि उनके और शेख हसीना के बीच संबंध खटास भरे हैं। यूनुस के राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा से शेख हसीना नाराज हो गईं थीं। हालांकि, यूनुस ने पार्टी का गठन नहीं किया।
युनूस पर लग चुके हैं कई आरोप
मोहम्मद युनूस पर कई आरोप भी लग चुके हैं। उन्हें श्रम कानून के उल्लंघन के आरोप में 6 महीने की जेल की सजा भी हुई थी, लेकिन वो किसी भी मामले में जेल नहीं गए। वहीं युनूस ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 7 August 2024 at 07:10 IST