अपडेटेड 3 September 2025 at 23:50 IST

चीन की धरती से पुतिन ने निभाई 'दोस्ती', भारत को बताया 'आर्थिक महाशक्ति'; इशारों-इशारों में ट्रंप को खूब सुनाया

Putin in China, Putin on India: चीन में रूसी प्रेसिडेंट पुतिन ने साझेदारों पर आर्थिक दबाव के बारे में कहा कि आप भारत या चीन से इस तरह बात नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा, "कठिन इतिहास से गुजरे उनके नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश एक भूल है।" मतलब कि पुतिन ने कहा कि भारत के नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश एक भूल है।

Putin on India
Putin on India | Image: Narendra Modi/Sputnik/X

Putin in China, Putin on India: बीते दिनों चीन के तियानजिन में SCO Summit के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के बीच शानदार मुलाकात हुई थी। दोनों देशों के इन शीर्ष नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता भी की थी। इस दौरान दोनों देशों के रिश्तों की मजबूती को पूरी दुनिया ने देखा। इतना ही नहीं, पीएम मोदी को खुद पुतिन अपनी कार में एक साथ बिठाकर वार्ता स्थल भी पहुंचे थे। इस बीच दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट की खास और खुफिया बातचीत भी हुई।

वहीं, मोदी और पुतिन के इस मुलाकात से अमेरिका को काफी जलन भी हुई। इतना ही नहीं इशारों-इशारों में इन दोनों नेताओं ने ट्रंप टैरिफ को जवाब भी दे दिया। इस बीच एक बार फिर से पुतिन ने भारत के साथ अपनी दोस्ती को पूरी दुनिया के सामने दिखाया है और ट्रंप को करारा जवाब भी दिया है।

भारत एक आर्थिक महाशक्ति है। - रूसी प्रेसिडेंट पुतिन

चीन में रूसी प्रेसिडेंट पुतिन ने साझेदारों पर आर्थिक दबाव के बारे में कहा कि आप भारत या चीन से इस तरह बात नहीं कर सकते। उन्होंने आगे कहा, "कठिन इतिहास से गुजरे उनके नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश एक भूल है।"  मतलब कि पुतिन ने कहा कि भारत के नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश एक भूल है। 
मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल 50 फीसदी का टैरिफ लगाया है। इसमें 25 फीसदी का अतिरिक्त टैरिफ ट्रंप ने इस आरोप के साथ लगाया है कि भारत रूस से तेल की खरीदारी करता है, जिसके कारण रूस को यूक्रेन के साथ युद्ध करने में मदद मिलती है। लेकिन अब इशारों-इशारों में पुतिन ने पीएम मोदी और भारत का साथ देते हुए ट्रंप को निशाने पर लिया है। पुतिन ने आगे कहा है कि भारत एक आर्थिक महाशक्ति है।

इन मुद्दों पर हुई रूस और भारत के बीच चर्चा 

पीआईबी से मिली जानकारी के अनुसार, बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं ने आर्थिक, वित्तीय और ऊर्जा क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की और इन क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में घनिष्ठता पर संतोष व्यक्त किया था। दोनों नेताओं ने यूक्रेन से जुड़े हाल ही के घटनाक्रमों सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की थी।

Advertisement

प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष के समाधान के लिए हाल ही में की गई पहलों के प्रति अपने समर्थन को दोहराते हुए संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने तथा एक स्थायी शांति समझौते की आवश्यकता पर बल दिया। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह इस वर्ष के अंत में भारत में आयोजित 23वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।

ये भी पढ़ें - खतरे में अमेरिका की बादशाहत... डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां ड्रैगन और जिनपिंग को बना रही मजबूत- चीन के सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा

Advertisement

Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 3 September 2025 at 23:50 IST