अपडेटेड 11 May 2024 at 11:07 IST
नहीं चलेंगी मशीनें, सैटेलाइट होंगे फेल...धरती से टकराया ताकतवर सौर तूफान, अंधेरे में डूबेगी दुनिया!
Solar Storm hits Earth: 2003 के बाद अब 2024 में इतना पावरफुल सौर तूफान धरती से टकराया है। इसे वैज्ञानिकों ने गंभीर श्रेणी का जियोमैग्नेटिक तूफान करार दिया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Solar Storm hits Earth: इस शुक्रवार यानि 10 मई को एक शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकराया। बता दें कि ये सौर तूफान बीते दो दशकों में धरती से टकराने वाला सबसे ताकतवर सौर तूफान था। सोशल मीडिया पर अलग-अलग देशों से कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं जहां इस घटना से हुए परिणाम की झलक देखने को मिल रही है।
NOAA ने इस सौर तूफान को लेकर जानकारी दी है और साथ ही ये भी बताया है कि इसा असर पूरे वीकेंड तक रहने वाला है। कल रात कई देशों में आसमान में तेज बिजली कड़की। इसके कारण, कई जगहों पर कम्यूनिकेशन सैटेलाइट और पावर ग्रिड्स को नुकसान हो सकता है।
जब धरती से टकराया ताकतवर सौर तूफान
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अंतरिक्ष मौसम अनुमान केंद्र की माने तो, कई कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के चलते धरती पर यह बड़ा तूफान आया है। आपको बता दें कि जब सूरज की सतह से भारी मात्रा में गैस और प्लाज्मा बाहर निकालता है तो इन विस्फोटों का एक वर्ग 'कोरोनल मास इजेक्शन' कहलाता है। ये सौरमंडल में होने वाले सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं।
2003 के बाद अब 2024 में इतना पावरफुल सौर तूफान धरती से टकराया है। इसे वैज्ञानिकों ने गंभीर श्रेणी का जियोमैग्नेटिक तूफान करार दिया है। NOAA का ऐसा अनुमान है कि आने वाले दिनों में कई और सौर तूफान आ सकते हैं। इस बीच, सोशल मीडिया पर सौर तूफान की वजह से ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी यूरोप में ध्रुवीय ज्योति (Auroras) की खूबसूरत तस्वीरें वायरल हो रही हैं। सूर्य से आने वाले पार्टिकल्स चमकदार रंग-बिरंगी रोशनी के रूप में दिख रहे हैं जिसे देख लोगों की आंखें फटी कि फटी रह गई हैं।
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क्या होगा सौर तूफान का असर?
वैज्ञानिकों की माने तो सौर तूफान का असर सबसे ज्यादा धरती के उत्तरी और दक्षिणी लैटिट्रयूड पर महसूस किया जाएगा। अमेरिका में उत्तरी कैलिफोर्निया और अलबामा जैसे राज्यों में इसका असर दिखेगा। सौर तूफान की वजह से पावर लाइन में ज्यादा करंट आने के साथ साथ ब्लैकआउट का भी खतरा बना रहेगा। बिजली फ्लो बढ़ने की वजह से मशीनें खराब हो सकती हैं।
नासा ने तो अपने अंतरिक्षयात्रियों की सुरक्षा के लिए एक टीम भी बना दी है क्योंकि अंतरिक्ष यान अपना रास्ता भटक सकते हैं। नासा ने लोगों से पहले ही अपनी बिजली का बंदोबस्त करने को कह दिया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस सौर तूफान की वजह से कबूतरों की संख्या में कमी आ सकती है। दरअसल, कबूतरों के अंदर बायोलॉजिकल कंपास होता है और तूफान में वो रास्ता भटक जाते हैं और अपने घर नहीं लौट पाते।
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Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 11 May 2024 at 10:55 IST