अपडेटेड 26 November 2024 at 17:31 IST
Bangladesh: बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास पर बवाल, हिंदुओं पर पुलिस ने बरसाई लाठियां, कई घायल
ISKCON के सदस्य चिन्मय कृष्ण दास पर बांग्लादेश के झंडे का अपमान करने का आरोप है। उन पर राजद्रोह के मामले में अरेस्ट किया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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Bangladesh News: बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बवाल मचा है। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। इस दौरान पड़ोसी देश में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं इस बीच प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर लाठीचार्ज कर रही है।
ISKCON के सदस्य चिन्मय कृष्ण दास पर बांग्लादेश के झंडे का अपमान करने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक चिन्मय को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसको लेकर बांग्लादेश में काफी बवाल मचा हुआ है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारी हिंदुओं पर बरसाई लाठियां
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के विरोध में चटगांव में सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने दास की तत्काल रिहाई की मांग की। चटगांव में विरोध कर रहे हिंदुओं पर पुलिस ने अचानक हमला कर दिया। पुलिस ने निहत्थे हिंदुओं पर आंसू गैस छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। बांग्लादेश पुलिस के लाठीचार्ज में महिलाओं समेत बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने की खबर है।
कौन हैं चिन्मय कृष्ण दास?
बता दें कि चटगांव के कोतवाली थाने में 30 अक्टूबर को चिन्मय कृष्ण दास समेत 19 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। उन पर हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान चटगांव के न्यू मार्केट इलाके में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया गया। वह हिंदू धर्म गुरू और बांग्लादेश ISCKON के प्रमुख पुजारी हैं। दास बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के प्रमुख नेता और इस्कॉन चटगांव के पुंडरीक धाम के अध्यक्ष भी हैं। लोग उन्हें चिन्मय प्रभु के नाम से भी जानते हैं।
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बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ आवाज उठाते आए हैं। चिन्मय प्रभु सम्मिलित सनातन जागरण जोते समूह के सदस्य भी हैं। उनका संबंध अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण चेतना समाज (ISKCON) से भी है और वह ISKCON के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
भारत ने भी जताई नाराजगी
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत की ओर से भी नाराजगी जताई गई है। मंगलवार (26 नवंबर) को विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से हम चिंतित हैं।
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इस दौरान मंत्रालय की ओर से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के मुद्दे को भी उठाया गया और कहा कि कुछ उग्रवादियों ने अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया। उनके साथ लूटपाट और हिंसा की घटनाओं को अंजाम दिया। मंदिरों और प्रतिमाओं को भी ध्वस्त कर दिया गया है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हिंसक गतिविधियों हो रही है। इसके बाद भी अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और एक धार्मिक संत पर कार्रवाई हो रही है, जिसने शांतिपूर्ण तरीके से लोगों को इकट्ठा किया। यही नहीं शांतीपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने वाले अल्पसंख्यकों पर भी हमले किए जा रहे हैं। हम इसकी भी कड़ी निंदा करते हैं।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 26 November 2024 at 17:15 IST