Published 15:28 IST, August 28th 2024
पाकिस्तान में बिजली दरों में वृद्धि और नए करों के विरोध में व्यापारियों ने की हड़ताल
पाकिस्तान में बिजली की दरों में वृद्धि और दुकानदारों पर लगाए गए नए करों के विरोध में बुधवार को व्यापारी हड़ताल पर चले गए
पाकिस्तान में बिजली की दरों में वृद्धि और दुकानदारों पर लगाए गए नए करों के विरोध में बुधवार को व्यापारी हड़ताल पर चले गए तथा प्रमुख शहरों और नगरीय क्षेत्रों में अपने कारोबार बंद कर दिए।
पिछले महीने पाकिस्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ सात अरब अमेरिकी डॉलर के नए ऋण के लिए समझौता किए जाने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने बिजली की दरों में लगातार वृद्धि की है। इन बढ़ती दरों ने भारी असंतोष पैदा कर दिया है और लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
बुधवार को पूरे पाकिस्तान में अधिकतर बाजार बंद रहे, हालांकि दवाओं की दुकानें और किराना दुकानें खुली रहीं। हड़ताल कर रहे एक नेता काशिफ चौधरी ने कहा कि आम जनता को असुविधा न हो, इसलिए इन दुकानों को बंद नहीं किया गया।
रावलपिंडी, करांची में दुकानें बंद
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, निकटवर्ती शहर रावलपिंडी और देश की सांस्कृतिक राजधानी लाहौर तथा मुख्य आर्थिक केंद्र कराची में दुकानें बंद रहीं। हड़ताल का आह्वान धार्मिक जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान पार्टी के प्रमुख नईम-उर-रहमान ने किया और अधिकांश व्यापारी संगठनों ने इसका समर्थन किया।
हालांकि, उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा और दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांतों में व्यापारियों ने आंशिक हड़ताल की, जहां कुछ दुकानें खुली रहीं। हड़ताल का उद्देश्य हाल ही में बिजली बिलों में की गई बढ़ोतरी तथा आईएमएफ के साथ हुई वार्ता के बाद लगाए गए विवादास्पद कर को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाव डालना है।
जुलाई में हुआ समझौता पाकिस्तान द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देने और वैश्विक ऋणदाता से आर्थिक सहयोग के माध्यम से अपने ऋणों से निपटने के लिए किया गया नवीनतम प्रयास था। इस वर्ष की शुरुआत में, आईएमएफ ने पाकिस्तान के लिए 1.1 अरब डॉलर के तत्काल ऋण को मंजूरी दी थी।
Updated 15:28 IST, August 28th 2024